एमबीएम न्यूज़ टीम/शिमला
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान पर पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थक इस्तीफा देने पर उतर आए हैं। बुधवार को इसकी शुरुआत ऊना से हुई, इसके बाद बात सोलन व मंडी तक भी पहुंच गई। इसके अलावा बड़ी संख्या में सुक्खू के समर्थक उनके कार्यकाल को बेहतरीन बताने में लग गए। यह बात राजनीतिक हलकों में खासी चर्चा का विषय बन गई है। सवाल इस बात पर उठाया जा रहा है कि क्या पार्टी के कार्यकर्ता वास्तव में अपने स्तर पर इस्तीफा दे रहे हैं या इसके उन्हें उकसाया जा रहा है।
मंडी में कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष लक्ष्मी ठाकुर, महासचिव राजकुमार, परम देव, राहुल ठाकुर के इलावा सुनील शर्मा ने इस्तीफे दिए। पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने त्याग पत्र मिलने की पुष्टि भी कर दी है। इस्तीफा देने वाले पदाधिकारियों ने तो यहां तक भी कह दिया कि पूर्व मुख्यमंत्री हमेशा से ही कार्यकर्ताओं को निम्न श्रेणी में गिनते रहे हैं। उधर सोलन में शहरी कांग्रेस के पदाधिकारियों ने इस्तीफा का ऐलान किया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमीरपुर के जनसभा में उन्हें कबाड़ कहने से पीड़ा हुई है। त्यागपत्र देने वाले पदाधिकारियों ने पार्टी प्रभारी रजनी पाटील से इस तरह की बयानबाजी पर अंकुश लगाने का आग्रह किया है।
उधर सिरमौर कांग्रेस अध्यक्ष अजय सोलंकी ने प्रेस में जारी बयान में कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का कार्यालय बेहतरीन रहा है, आखरी पायदान पर चल रहे कार्यकर्ताओं को मौका मिला। सोलंकी का कहना था कांग्रेस पार्टी वास्तव में ही धरातल पर मजबूत हुई है। कुल मिलाकर सवाल इस बात पर भी है कि कुलदीप सिंह राठौर के प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर संभालने से एक दिन पहले चल रहे इस राजनीतिक घटनाक्रम का रिमोट कंट्रोल किसके पास है।