एमबीएम न्यूज़ / शिमला
पुलिस ने 20 से 25 हजार रुपये में जाली डिग्री, मार्कशीट, सर्टिफिकेट और डिप्लोमा बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनसे एचपीयू की ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की तीन फ़र्ज़ी डिग्रियां पकड़ी गई हैं। पुलिस को नाहन के एक अधिवक्ता ने सूचित किया कि शिमला में कुछ शातिर मोटी रकम ऐंठ कर जाली डिग्रियां बेचने का काम कर हैं। इस पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और ग्राहक बनकर तीन आरोपियों को बीती रात दस बजे लिफ्ट के पास दबोचा लिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों से मौके पर तीन जाली डिग्रियां भी बरामद की। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जय देव, सुनील और सौरभ के रूप में हुई है और ये तीनों ठियोग के बड़ोग गांव के रहने वाले हैं।
दरअसल नाहन के वकील के एक रिश्तेदार को इन आरोपियों ने एचपीयू की डिग्रियां देने का झांसा दिया था। मामले के अनुसार एक आरोपी ने खुद को एचपीयू का कर्मचारी बताया और 20 से 25 हज़ार में डिग्रियां दिलाने का भरोसा दिया तथा पैसे लेकर मिलने के लिए शिमला बुलाया। इस पर शिकायतकर्ता का माथा ठनका और जब एचपीयू प्रशासन से सम्पर्क किया गया, तो खुलासा हुआ कि डिग्री दिलाने वाला आरोपी एचपीयू में कार्यरत ही नहीं हैं। इसके बाद मामला पुलिस के संज्ञान में लाया गया और पुलिस ने ग्राहक बनकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी हेड क्वार्टर प्रमोद शुक्ला ने बताया कि इस सम्बंध में आईपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
यह मामला सिरमौर के पच्छाद विकास खंड के बागपशोग के रहने वाले एडवोकेट अश्वनी शर्मा की शिकायत पर दर्ज हुआ है। इसके मुताबिक उन्हें इस बारे अपने रिश्तेदार विकास शर्मा के माध्यम से जानकरी मिली थी।