एमबीएम न्यूज/कुल्लू
तेजतर्रार एसपी शालिनी अग्निहोत्री चरस माफिया पर भारी पड़ी है। अपनी टीम के बूते आईपीएस अधिकारी को खासी सफलता मिली है। औसतन दो दिन में एक चरस तस्कर को काबू पाने में सफलता पाई है। बतौर एसपी आईपीएस अधिकारी ने जुलाई 2017 में कुल्लू में कार्यभार संभाला था। करीब डेढ़ साल के कार्यकाल में 283 चरस तस्कर काबू किए गए। इसमें 8 महिलाएं व 11 विदेशी भी हैं। यानि औसत दो दिन में एक की रही। 284 चरस
तस्करों के कब्जे से 228 किलो चरस बरामद की गई। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत एक करोड़ के पार हो सकती है।
सनद रहे कि वीरवार को भी कुल्लू पुलिस ने एक नेपाली के कब्जे से 6 किलो चरस बरामद करने में सफलता पाई थी खास बात यह है कि आंकड़ा केवल चरस से जुडा हुआ है। इसके अलावा सिंथेटिक व केमिकल नशे की गिरफ्तारियां अलग हैं। 2018 में 27 दिसंबर तक पुलिस ने 156 किलो चरस बरामद की है, जबकि आईपीएस की ज्वाइनिंग के बाद का आंकड़ा 224 किलो पहुंचा है। 2015 में खाकी ने 81.67 किलो चरस बरामद की थी। 2016 में यह आंकड़ा 115.45 किलोग्राम पहुंचा। 2017 में 116.39 किलो की बरामदगी हुई। लेकिन 2018 में शालिनी अग्निहोत्री की टीम ने 156 किलो चरस की बरामदगी कर रिकॉर्ड बना दिया है।
मलाणा क्रीम की डिमांड पूरे देश में रहती है। यहां तक विदेशी भी इसके मुरीद हैं।
सूत्रों का यह भी कहना है कि कुल्लू में चरस के कारोबार में सबसे अधिक नेपाली संलिप्त हैं। चरस के अलावा भी पुलिस केमिकल व सिंथैटिक नशे के पदार्थों को बरामद करने में काफी आगे रही। बतौर एसपी पहली पारी शुरू करने वाली आईपीएस शालिनी अग्निहोत्रीे ने ज्वाइनिंग के बाद से ही नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की हुई है।
उनका कहना है कि नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के मकसद से नाकाबंदी को बढ़ाया गया है। साथ ही गश्त भी बढ़ी है। सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि खुफिया नेटवर्क भी जरूरी होता है।