एमबीएम न्यूज़/पावंटा साहिब
शहर में मानसिक विक्षिप्तों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। न तो इन मानसिक विक्षिप्तों की तरफ प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही सामाजिक संस्थाएं आगे आ रही है। कारण वश सर्दी के मौसम में ये मजबूर लोग अनदेखी का शिकार हो रहे है।बताते चले कि हाल ही में सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के समीप वन विभाग की जमीन पर एक मानसिक विक्षिप्त की ठंड के प्रकोप के कारण मौत हो गई थी। अभी बीते कुछ दिनों से क्षेत्र के एनएच-07 पर स्थित बद्रीनगर चौक पर एक मनोरोगी हाथ में शराब की बोतल लिए सरेआम गाली-गलौज करता तथा निर्वस्त्र होकर घूमता देखा जा रहा था।
जिससे आस-पास गुजरने वाले लोगों सहित महिलाओं व महिला पुलिसकर्मियोँ को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन आज भी पांवटा साहिब व आसपास के क्षेत्रों में आधा दर्जन के करीब मानसिक विक्षिप्त अनदेखी का शिकार हो रहे है। समाजसेवी पवन कुमार ने बताया कि उन्होंने इस विषय मे फोन के माध्यम से पुलिस व प्रशासन को जानकारी दी। मगर सड़क पर ठोकरें खा रहे इन मजबूर लोगो का कोई ध्यान नही रखा जा रहा है। जबकि माननीय उच्च न्यायालय ने सख्त निर्देश दिए थे कि इस प्रकार से सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा
मानसिक विक्षिप्तों को उचित स्थान तक पहुंचाया जाए। जहां इनकी देख-रेख हो सके। पवन ने बताया कि उन्होंने एक मानसिक विक्षिप्त को पहले माजरा क्षेत्र में देखा था। जो इन दिनों सिविल अस्पताल व पुलिस मैदान के समीप पड़ा रहता है। जिसकी तरफ कोई भी ध्यान नही दे रहा है। उन्होंने पुलिस व प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस तरह के मजबूर लोगों को मानसिक रोगी केंद्र या फिर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया जाए।