एमबीएम न्यूज/नाहन
खबर दिलचस्प है। शहर के पुलिस लाइन में काले रंग की बिल्ली को पेड़ से रेस्क्यू करने की कोशिश दो बार नाकामयाब रही। अग्निशमन विभाग के कर्मचारी रामेश्वर दत्त ने जान को जोखिम में डाल कर दो बार बिल्ली को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई। दरअसल पिछले कई दिनों से एक काले रंग की बिल्ली एक ऊंचे पेड़ पर नजर आ रही है। आसपास के लोग बार-बार अग्निशमन विभाग को इसे रेस्क्यू करने को लेकर फोन करते रहे हैं। कर्मचारी न आते तो लाजमी तौर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता।
शनिवार को अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने बिल्ली को बचाने के लिए पहले 50 फुट ऊंची सीढ़ी को पेड़ से टिकाया। फिर कर्मचारी ने चढ़ने की कोशिश की तो सीढ़ी फिसलने लगी। हिम्मत नहीं हारी। नंगे पांव ही रामेश्वर दत्त ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन बिल्ली को नहीं पता था कि उसे बचाने की कोशिश की जा रही है। वो डर कर दूसरी टहनी पर कूद जाती। यह अनोखा रेस्क्यू ऑपरेशन पुलिस लाइन के आसपास रहने वाली आबादी के बीच खासा कौतूहल का विषय बना रहा।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने जब खंगाला तो पता चला कि आसपास के बच्चे अपने माता-पिता को बिल्ली को बचाने की जिद कर रहे थे। इसके बाद परिजन अग्निशमन विभाग को बार-बार फोन कर रहे थे। उधर संपर्क किए जाने पर अग्निशमन विभाग के डयूटी पर तैनात कर्मचारी ने बताया कि लोगों के आग्रह पर दो बार कोशिश की गई, लेकिन बिल्ली को नीचे नहीं उतारा जा सका।
असल मॉकड्रिल….
हालांकि मानो (काली बिल्ली) को नीचे नहीं उतारा जा सका, लेकिन बताया यह भी जा रहा था कि बिल्ली अगर पेड़ पर चढ़ सकती है तो आसानी से उतर भी सकती है। मॉकड्रिल के दौरान आपदा की सूरत में आम जनमानस को बचने के उपाय सुझाए जाते हैं, लेकिन काली बिल्ली ने कर्मचारियों की असल मॉकड्रिल करवा दी। मतलब अगर ऊंचे पेड़ पर फंसे किसी व्यक्ति की जान या फिर सामान को उतारना होगा तो कर्मचारियों को पता होगा कि सीढ़ी फिसल भी सकती है। साथ ही नंगे पांव चढना ही बेहतर होगा।
https://youtu.be/nTU9h8gffVU