वी कुमार /मंडी
दिल्ली की एक नामी कंपनी द्वारा मंडी और कुल्लू जिला के लिए बिना ई-वे बिल के सामान भेजना भारी पड़ गया। राज्य कर एवं आबकारी विभाग की टीम ने सुंदरनगर में नाके के दौरान बिना ई-वे बिल के भेजे गए 32, 91, 213 रूपए की कीमत के 321 मोबाइल फोन जब्त कर दिए। नाके पर मौजूद टीम में खुद राज्य कर एवं आबकारी विभाग के उपायुक्त प्रीत पाल सिंह, सहायक आयुक्त धर्म सिंह ठाकुर, सहायक अधिकारी राजेश कुमार और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
टीम ने सामान लेकर आ रही एक जीप को चैकिंग के लिए रोका। जीप में बहुत सा सामान मंडी और कुल्लू जिला के लिए लाया जा रहा था जिसमें अधिकतर बिल सही पाए गए जबकि 321 मोबाइल फोन का ई-वे बिल नहीं पाया गया। इसपर विभागाधिकारियों ने तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करते हुए इन्हें जब्त कर लिया और कंपनी को बिना ई-वे बिल के सामान भेजने पर 7,89,892 रूपए का जुर्माना लगा दिया। दिल्ली की नामी कंपनी ने तुरंत प्रभाव से ऑनलाईन पेमेंट करके जुर्माना भरा, जिसके बाद विभाग ने जब्त किए हुए मोबाइल फोन को रिलिज कर दिया।
राज्य कर एवं आबकारी विभाग मंडी के उपायुक्त प्रीत पाल सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जुर्माना जमा होने के बाद जब्त किए गए मोबाईल फोन कंपनी कर्मचारियों के सपुर्द कर दिए गए हैं।
क्या है ई-वे बिल
जब भी कोई कंपनी 50 हजार से अधिक कीमत वाला सामान कहीं भेजती है तो इसका ऑनलाईन बिल कटवाना पड़ता है। ऑनलाइन बिल कटवाने के बाद जिस गाड़ी में सामान भेजा जा रहा है उसकी पूरी डिटेल भी ऑनलाईन ही अपलोड भी करनी पड़ती है। कायदे के मुताबिक यह सब होने के बाद ही गाड़ी गोदाम से आगे भेजी जाती है। लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया था जिस कारण जब विभाग ने कार्रवाई की तो कंपनी को जुर्माना लगाया गया।
बताया जा रहा है पहले कंपनी ने परवाणू तक किसी दूसरी गाड़ी में सामान भेजा और उसके बाद मंडी और कुल्लू की सप्लाई किसी दूसरी गाड़ी के माध्यम से भेजी गई।