एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार ने अभी अपना एक वर्ष का कार्यकाल ही पूर्ण किया है। परंतु अभी से ही राज्य के कर्मचारियों में सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ गुस्सा फूटने लगा है। प्रदेश में बेरोज़गार शिक्षक परीक्षा पास करने के महीनों बाद भी नियुक्तियां न मिलने पर अब सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हैं। प्रशिक्षित शारीरिक शिक्षकों ने सरकार को नियुक्ति पत्र देने की अंतिम तिथी 31 दिसंबर 2018 घोषित करने के बाद अब टीजीटी अध्यापकों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है।
राज्य कर्मचारी आयोग हमीरपुर ने कला स्नातक अध्यापक (टीजीटी) का अंतिम परिणाम 27 अक्टूबर 2018 को घोषित कर दिया गया था। परंतु अंतिम परिणाम आने के बावजूद भी अब तक चयनित हुए कला स्नातक अध्यापक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए गए। शुक्रवार को शिमला के में आयोजित हुई कला स्नातक अध्यापक संघ की बैठक में आज इस बारे चर्चा की गई। बैठक में अध्यापक संघ के अध्यक्ष संजीव ठाकुर ने बताया अंतिम परिणाम आए हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। चयनित हुए अभ्यर्थी अभी तक नियुक्तियों के इंतज़ार मे बैठे है।
संघ के उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय शिमला द्वारा नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जा रहे है। जिसके कारण प्रदेशभर के स्कूलों मे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कला स्नातक अध्यापक संघ ने हिमाचल सरकार से परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 31 दिसंबर से पहले नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग की है। ताकि स्कूलों में रिक्त पदों को जल्द भर कर छात्रों के भविष्य को बचाआ जा सके। इस बैठक के दौरान विजय, सुनील, तरूण, विजय कुमार, संजय, विजेंदर, कल्याण आदि सहित दर्जनों राज्य कला स्नातक अध्यापक संघ के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।