वी कुमार/ मंडी
जनपद के हणोगी में प्रदेश का पहला केबल स्टेयड ब्रिज बनने जा रहा है। सीएम जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को इस पुल की आधारशिला रखी। पुल का निर्माण 15 करोड़ 85 लाख की लागत से किया जाएगा। यह पुल द्रंग विधानसभा क्षेत्र को सराज विधानसभा क्षेत्र से जोड़ेगा। फ़िलहाल इन दोनों क्षेत्रों को आपस में फुटब्रिज जोड़ता है, जबकि भविष्य में दोनों क्षेत्रों के लोग सड़क सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। सनद रहे कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह का द्रंग गृह हल्का है, जबकि सीएम जयराम ठाकुर खुद सराज विधानसभा का नेतृत्व करते है। हालांकि चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर भी शोघी से केबल स्टेयड ब्रिज प्रस्तावित है, लेकिन यहाँ आधारशिला रख दी गई है। लिहाजा इसे ही प्रदेश का पहला केबल स्टेयड ब्रिज माना जाएगा। यह अलग बात है कि शोघी ब्रिज ऊंचाई को लेकर एशिया स्तर पर रिकॉर्ड बना सकता है।
सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र सराज के कुछ इलाके अभी तक सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाए हैं। इस पुल के बन जाने से वहां के लोगों को सड़क सुविधा का लाभ मिलेगा। जयराम ठाकुर ने बताया कि यह प्रदेश में नई तकनीक वाला पहला पुल होगा। बता दें कि इस प्रकार के केबल स्टेयड ब्रिज मुंबई और समुद्र के साथ सटे शहरों में बनाए जाते हैं। पुल के सारे भार को लोहे के रस्सों पर डाला जाएगा। यह पुल डबल लेन होगा और इसमें सौर ऊर्जा के आधुनिक उपकरण भी लगाए जाएंगे। जो अंधेरा होते ही पूरे पुल को रोशनी से जगमग कर देंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि यह पुल इलाके के पर्यटन विकास में भी अपना अहम योगदान होगा, क्योंकि यह पुल फोरलेन के साथ सटा होगा। उन्होंने बताया कि अभी जो फुटब्रिज यहां पर है उसे वैसे ही रखा जाएगा और उसके समानांतर डबल लेन पुल का निर्माण किया जाएगा।
जयराम ठाकुर ने बताया कि पुल के निर्माण कार्य को दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ताकि जल्द से जल्द इसका लाभ यहां के लोगों को दिया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार ने इसके लिए धनराशि जारी कर दी है। जयराम ठाकुर ने उन स्थानीय लोगों का भी आभार जताया जिन्होंने पुल निर्माण में अपनी जमीनों का योगदान दिया। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा, सांसद राम स्वरूप शर्मा, द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर और नाचन के विधायक विनोद कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।