वी कुमार/मंडी
प्रदेश में बुधवार दोपहर 3:05 से इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के तहत 112 का शुभारंभ देश के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया है। इसके साथ ही हिमाचल वासियो को भी यह सुविधा उपलब्ध हो गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी मंच पर मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने 112 नंबर को डायल किया साथ ही एक मोबाइल ऐप को भी लॉन्च किया।
आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली में अब एक ही नंबर पर पुलिस, फायर व एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध होगी। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के रिमोट इलाको को इस सुविधा का काफी लाभ मिलेगा। सीएम ने केंद्रीय मंत्री का लाहौल स्पीति में रेस्क्यू ऑपरेशन में एयर फ़ोर्स के 7 हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाने का आभार प्रकट किया।
इससे पूर्व पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस प्रणाली को लेकर काफी गंभीर थे और चाहते थे कि केंद्रीय गृह मंत्री ही इस सुविधा को हिमाचल में लॉन्च करें। उन्होंने कहा कि आज यह सुअवसर आया है, जब केंद्रीय मंत्री इस प्रणाली को लांच करने हिमाचल पहुंचे।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार की इस योजना को लेकर शुरूआत करने पर गंभीरता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती थी कि प्रदेश में जल्द से जल्द यह सुविधा शुरू हो। संबोधन के दौरान केंद्रीय मंत्री ने 112 की विशेषता पर भी संक्षिप्त में विचार प्रकट किए।
यह है 112 की खूबी
भारत सरकार ने एनईआरएस (नैशनल इमरजैंसी रिस्पांस सिस्टम) के तहत देश भर में पुलिस, एम्बुलैंस और फायर की सहायता के लिए एक ही नंबर जारी करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक प्रदेश में इसका एक कॉल सैंटर बनेगा और जिला स्तर पर भी एक सैंटर होगा, जो मोबाईल टर्मीनल डिवाईस से लैस होगा। हिमाचल को इस योजना को शुरू करने के लिए पांच करोड़ की राशि पहले ही प्राप्त हो चुकी है और हर जिला को एक नया अति आधुनिक वाहन भी मिलेगा।
इससे प्रदेश में 108 एम्बुलैंस सेवा की तर्ज पर एक कॉल सैंटर बनेगा जहां एक समय में सैंकड़ों लोग आसानी से बात कर पाएंगे। यह सब कुछ एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगा। प्रत्येक पुलिस थाना और चौकियों की गाडिय़ों में एक मोबाईल टैब लगाया जाएगा, जिसमें इस सॉफ्टवेयर की एप्लीकेशन इंस्टाल होगी। साथ ही पुलिस कर्मियों के मोबाइल फोन पर भी इस एप्प को इंस्टाल किया जाएगा। जैसे ही मदद मांगने वाला 112 पर कॉल करेगा तो कॉल सैंटर पर उसकी लोकेशन भी दिख जाएगी।
कॉल सैंटर से मदद मांगने वाले की लोकेशन के नजदीकी पुलिस थाना, चौकी या कर्मी से संपर्क साधा जाएगा और तत्काल मदद पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। खास बात यह रहेगी कि यदि मदद मांगने के बाद आपका नंबर बंद भी हो गया तो भी आपकी लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी।
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