वी कुमार/मंडी
चार महीनों से वेतन के इंतजार में दर-दर की ठोकरें खा रहे प्रगति कंपनी के इंजीनियरों ने काम बंद करके हड़ताल शुरू कर दी है। आज से इंजीनियरों सहित 126 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए जिस कारण कंपनी का काम बंद हो गया है। बता दें कि यह इंजीनियर और कर्मचारी प्रगति कंपनी के हैं जो कीरतपुर-मनाली फोरलेन में टनलों का निर्माण कर रही है। इन्हें अगस्त महीने से वेतन के नाम पर फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हो पाई है। दो बार जिला श्रम अधिकारी के पास इनकी वेतन अदायगी को लेकर बैठकें हुई लेकिन प्रिंसिपल इम्पलोयर कंपनियों से कोई प्रतिनिधि न आने के कारण समाधान नहीं निकल सका। इसी बात से खफा इन इंजीनियरों ने अब हड़ताल शुरू कर दी है। प्रगति इंजीनियर वर्कर्स एसोसिएशन के प्रधान अजय डोगरा ने बताया कि काम बंद करके हड़ताल शुरू हो चुकी है। यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक वेतन अदायगी नहीं हो जाती।
उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल इम्पलोयर कंपनी एफकॉन, शाहरपुरजी पालनजी और एनएचएआई ने भी इनकी समस्याओं की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है इसलिए आने वाले समय में इनके कार्यों को भी बंद करवाने का प्रयास किया जाएगा। सभी मजदूरों को एकजुट किया जाएगा। वहीं केरला से यहां रोजगार करने आए प्रगति कंपनी के सिविल सुपरवाईजर रवि ने बताया कि वेतन न मिलने के कारण उसे यहां पर जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। उसके साथ जो अन्य लोग केरला से यहां काम करने आए थे उन्होंने अपने घरों से पैसा मंगवाकर वापिस चले गए हैं। उसकी तरह बहुत से कर्मचारी अभी भी यहां वेतन के इंतजार में फंसे हुए हैं। इन्होंने कंपनी से जल्द से जल्द वेतन अदायगी की मांग उठाई है।बता दें कि प्रगति कंपनी ने फोरलेन निर्माण में टनलों के निर्माण का कार्य लिया है। एक कार्य एफकॉन कंपनी से लिया था जिसे कंपनी ने बीच रास्ते में छोड़ दिया। दूसरा काम केएमसी कंपनी से लिया है। इसका काम भी मंझधार में छूटता हुआ नजर आ रहा है।