नितेश सैनी/सुंदरनगर
जिस मुकाम को आज तक कोई नहीं छु पाया उस मुकाम को सुंदरनगर पुलिस थाना ने पा कर दिखा दिया है। इसका सेहरा थाना प्रभारी गुरुबचन सिंह और टीम के सिर सजा है। सुंदरनगर थाना को सीएम जयराम ठाकुर ने प्रदेश भर में बैस्ट थाना के अवार्ड के साथ समानित किया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने व अपराध के मामले सुलझाने सहित अन्य कानूनी प्रक्रियाओं में बेहतर प्रदर्शन को लेकर हिमाचल प्रदेश के मंडी के पुलिस थाना सुंदरनगर को वर्ष 2017-18 के लिए बैस्ट पुलिस स्टेशन के अवार्ड के साथ धर्मशाला में सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड धर्मशाला में आयोजित की गई पुलिस स्पोर्टस मीट के अवसर पर प्रदान किया है। इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने ट्राफी के साथ दस हजार रूपए की राशि भी ईनाम स्वरूप थाना प्रभारी गुरुबचन सिंह को प्रदान की।
पुलिस विभाग की ओर से पुलिस थाना के लिए बकायदा एक कमेटी का गठन किया जाता है। जिसमें तय मानकों के हिसाब से सभी पुलिस थानों का रिकार्ड देखा जाता है। तय मानकों पर खरा उतरने वाले पुलिस थाना को उसी हिसाब से अंक प्रदान किए जाते हैं। मानकों पर पूरी तरह से खरा उतरने के उपरांत ही सुंदरनगर पुलिस थाने का चयन इस अवार्ड के लिए वर्ष 2017-18 के लिए किया गया था।
सुंदरनगर थाना प्रभारी गुरवचन सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग में पिछले 34 वर्ष के कार्यकाल में बहुत से सम्मान हासिल किये,पिछले 10 वर्ष से थाना प्रभारी के रूप में प्रदेश के अलग अलग थाना में सेवाएं दी लेकिन पहली बार सुंदरनगर थाना को बैस्ट थाना का अवार्ड मिलना उन के जीवन का सब से बड़ा सम्मान है। उन्होंने बताया कि सुंदरनगर थाने के अंतर्गत हर तरह से कानून व्यवस्था को बेहतरीन रखा जा रहा है और पिछले वर्ष में लगभग 300 से अधिक मामले अपराध के सुलझाएं गए है। आगे भी इसी तरह का काम किया जायेगा ताकि सुंदरनगर को आगामी वर्ष में फिर से यह अवार्ड हासिल हो सके। वहीं डीएसपी तरनजीत सिंह व थाना प्रभारी गुरुबचन सिंह ने बताया कि विभाग के मानकों के अनुसार सुंदरनगर पुलिस थाना खरा उतरा है, जिस आधार पर बैस्ट पुलिस थाना के अवार्ड से समानित किया गया है। उन्होंने इस सम्मान के लिए सीएम जयराम ठाकुर, डीजीपी का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने उन्हें यह अवार्ड दिया और उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का एक ऐसा पल है जिसे में बया नहीं कर सकता।