शिमला (एमबीएम न्यूज) : हिमाचल प्रदेश में वनरक्षकों के 443 पदों की लिखित परीक्षा का नतीजा तैयार हो चुका है। अब केवल वन अरण्यपालों को इस परिणाम को डी-कोड कर जारी करना है। इस प्रक्रिया में विभाग को 3 से 7 दिन का समय लग सकता है। नौणी विश्वविद्यालय ने वन अरण्यपालों को सौंपना शुरू कर दिया है। वन विभाग ने उत्तर पुस्तिकाओं को कोड लगाकर चैकिंग के लिए नौणी विश्वविद्यालय भेजा था। अब रिजल्ट मिलने के बाद वन विभाग कोड हटाकर रिजल्ट घोषित करेगा। अलग-अलग जिलों में परिणाम अलग-अलग तिथि पर घोषित होगा लेकिन यह जरूर है कि 5 अगस्त तक लिखित परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को रिजल्ट प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य के 12 वनवृत्तों में 443 पदों के लिए विभाग को 90 हजार से अधिक आवेदन मिले थे। शारीरिक परीक्षा में उत्र्तीण 15179 उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा में हिस्सा लिया। इसमें से 1300 के करीब उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। गौरतलब है कि लिखित परीक्षा का आयोजन एक ही पैटर्न पर पूरे प्रदेश भर में 28 जून को किया गया था। विभाग का लक्ष्य है कि 15 अगस्त से पहले वनरक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाए। सनद रहे कि लिखित परीक्षा की चैकिंंग की जिम्मेदारी नौणी विश्वविद्यालय के कालेज ऑफ फोरेस्टरी को सौंपी गई थी। समूचे प्रदेश में लिखित परीक्षा के परिणाम का बेसब्री से इंतजार हो रहा है।
उधर एपीसीसीएफ (एडमिनिस्ट्रेशन) सुरेंद्र कुमार ने एमबीएम न्यूज को बताया कि नौणी विश्वविद्यालय द्वारा रिजल्ट तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इन नतीजों को संबंधित वनवृत्त के अरण्यपाल को सौंपे जाएंगें। जो इन्हें डी-कोड कर परिणाम घोषित करेगें। उन्होंने माना कि 3 से 7 दिन के भीतर राज्य के तमाम वन अरण्यपाल परिणाम को घोषित कर सकते है।