जेआरएफ और सैट की परीक्षाओं को भी कर लिया है उतीर्ण# गरीबी के बावजूद नहीं छोड़ी पढ़ाई
वी कुमार /मंडी
पिता चीड़ के पेड़ों से बिरोजा निकालने का काम करते तो गरीब परिवार का बालक भी अपने पिता के साथ इस कार्य में हाथ बंटाता। गरीबी के दौर में पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मेहनत करता रहा। पिता के साथ हाथ बंटाने के साथ-साथ पढ़ाई की तरफ भी विशेष ध्यान दिया। दिन को स्कूल में पढ़ाई करनी और इसके अलावा वक्त मिलने पर पिता के साथ मेहनत करनी। इस तरह बालक ने अपना बाल्यकाल गुजारा और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ता गया। नतीजा यह निकला कि आज इस बालक को राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल का सम्मान मिला है।
यह कहानी है,मंडी के पधर उपमंडल की डलाह पंचायत के गद्दीबागला गांव के होनहार युवक नरेश कुमार की। नरेश कुमार ने गरीबी आड़े आने के बावजूद भी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी। मेहनत मजदूरी कर उच्च शिक्षा हासिल करने के सपने को पूरा कर उन लोगों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बने जो हिम्मत हार जाते हैं।
नरेश कुमार ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के 24वें दीक्षांत समारोह में एम.फिल हिंदी विषय मे राज्यपाल के हाथों से स्वर्ण पदक प्राप्त किया। ग्रामीण क्षेत्र और बेहद निर्धन परिवार से सबंधित युवक की इस कामयाबी को लेकर क्षेत्र में खासे चर्चे हैं। युवक को बधाइयों का तांता लगा हुआ है। नरेश कुमार ने मैट्रिक और प्लस टू सीनियर सकैंडरी स्कूल पधर से पास करने के बाद स्नातक की परीक्षा नारला कॉलेज से पास की। जबकि एमए मंडी कॉलेज से उतीर्ण करने बाद एम.फिल के लिए प्रदेश विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। जहां से मुकाम हासिल कर अब सहायक प्रोफेसर बनने की चाह पाली है। नरेश कुमार के पिता हरि सिंह बिरोजा निकालने का कार्य करते हैं जबकि माता गृहिणी हैं। नरेश कुमार एमए की पढ़ाई तक अपने पिता के साथ बिरोजा निकालने का कार्य करता आया है।
मेहनत मजदूरी कर कमाई पूंजी से ही होनहार युवक ने एमफिल की पढ़ाई प्रदेश विश्वविद्यालय से की। जहां गोल्ड मैडल हासिल कर राज्यपाल के हाथों सम्मान पाने का गौरव भी हासिल किया। इससे पहले उन्होंने नवंबर 2107 में यूजीसी द्वारा आयोजित जेआरएफ की परीक्षा को भी पास किया है। वहीं हाल ही में राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित राज्य पात्रता परीक्षा (सैट) के परिणाम में भी सफलता हासिल कर ली है। होनहार युवक का सपना कॉलेज में सहायक प्रोफेसर बनना हैं। परिश्रमिक जीवन की अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता, गुरुजनों एवम मित्रों को दिया हैं। उनकी इस सफलता से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर छा गई हैं और यह आने वाली युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। डलाह पंचायत प्रधान केहर सिंह ठाकुर और उपप्रधान गोपाल सिंह ने मेधावी युवक को बधाई दी है।
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