एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक भूपिंदर सिंह आगामी वर्ष अप्रैल 2019 से अपने गांव खौदा उप तहसील टिहरा जिला मण्डी में राज्य का पहला खेल स्कूल शुरू करने जा रहे हैं। जहां आठ से चौदह वर्ष के बच्चों को पूरे राज्य में खेल प्रतिभा खोज चयन प्रक्रिया के माध्यम से चयनित कर उन्हें भविष्य का स्टार चैंपियन बनाने का वैज्ञानिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। भारतीय खिलाड़ी प्रतियोगिता के अंतिम दौर में स्पीड जैसी महत्वपूर्ण मोटर क्वालिटी जो आठ से बारह वर्ष में ही विकसित की जाती है उसके अभाव में पिछड़ जाते हैं। यह खेल स्कूल इन सब पर विशेष रुप से कार्य करेगा। भूपिन्दर सिंह बहुत ही अनुभवी व जनूनी एथलेटिक्स प्रशिक्षक हैं 1988 से लेकर अक्टूबर 2015 तक हमीरपुर के सरकारी महाविद्यालय के मानद एथलेटिक्स प्रशिक्षक रहे हैं।
इन 27 बर्षों में इस महाविद्यालय के धावकों ने 1989 में पहली बार विश्वविद्यालय की अंतर महाविद्यालय एथलेटिक्स ट्राफी हमीरपुर महाविद्यालय के लिए जीतने के बाद अब तक 21 बार विजेता व उपविजेता ट्राफियों पर कब्जा किया। सैंकड़ों पदक विजेता तैयार किये। 26 बार सर्वश्रेष्ठ एथलीट हमीरपुर महाविद्यालय के बने। 49 बार पुराने कीर्तिमानों में सुधार किया। 1994-95 में पुष्पा ठाकुर अखिल भारतीय इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली हमीरपुर की पहली धावक बनी। यहीं से राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर के लिए चुनी गई जो लंबी अवधि का प्रशिक्षण शिविर 1998 एशियाड के लिए लगा था। उसके बाद हमीरपुर के सरकारी महाविद्यालय के धावकों ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के लिए एक दर्जन से अधिक पदक अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में जीते। इस स्तर पर मंजू कुमारी सर्वश्रेष्ठ एथलीट बनी।
संजो देवी ने नया कीर्तिमान बना कर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के लिए भी क्वालीफाई किया। पुष्पा ठाकुर तेज गति की दौड़ में सीनियर नैशनल में पदक लेने बाली पहली धाविका है। संजो देवी जेवलिन थ्रो में हिमाचल से पहली सीनियर नेशनल चैंपियन बनी। पुष्पा ठाकुर व संजो देवी को परशुराम अवार्ड मिला है। भूपिंदर सिंह की हमीरपुर में न तो नौकरी थी और न किसी भी प्रकार का बिजनेस था। न ही उनका वहां घर था। ना ही भविष्य में यहां रहना था। फिर भी 27 वर्ष मानद प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया। इसके साथ 15 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय खेल विज्ञान व शारीरिक शिक्षा के जनर्ल का सफलतापूर्वक संपादन किया है। भूपिन्दर सिंह देश प्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रो को खेल स्तंभ लिखते हैं।
अक्टूबर 2015 में राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में जाने बाद राष्ट्रीय प्रशिक्षक के रुप में भुनेश्वर में आयोजित एशियन एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2017 तथा तेहरान इंडोर एशियन एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2018 में भारत का प्रतिनिधित्व किया। भूपिन्दर सिंह का कहना है कि हिमाचल का जलवायु खेल प्रशिक्षण के लिए यूरोप व अमेरिका से भी बेहतर है। यहाँ पर पूरा वर्ष प्रशिक्षण कार्यक्रम चल सकता है।