एमबीएम न्यूज़/नाहन
सिरमौर जिला इस बार स्कूली खेलों में शिखर पर रहा है। इसका श्रेय जहां खिलाडियों की मेहनत को जाता है वहीँ एक अध्यापक ने पर्दे के पीछे रह कर प्रतिभाओं को तराशा है। अपने छात्र जीवन में इस अध्यापक ने ढेरों कीर्तिमान फुटबॉल के खेल में स्थापित किए है। हम बात कर रहे है वर्तमान में एडीपीओ के पद पर तैनात अवनीश मल्होत्रा की। फुटबॉल में एनआईएस करने के बाद उन्होंने पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से डीपीएड की। शिक्षा विभाग ने जब से उन्हें एडीपीओ पद सौंपा तब से सिरमौर स्कूली खेलों में शानदार सफलताएं अर्जित कर रहा है। इस बार भी कड़े प्रशिक्षण से गुजर कर सिरमौर के खिलाडियों ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सफलता की फेहरिस्त और लंबी कर दी।
इस दफा सिरमौर ने अवनीश मल्होत्रा के नेतृत्व में अंडर-19 छात्राओं के वर्ग में खो-खो व वॉलीबॉल की ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया। छात्रों के वर्ग में फुटबॉल में विजेता व हॉकी में रनरअप का ख़िताब हासिल किया। टेबल टेनिस व हैंडबॉल में भी टीम दूसरे स्थान पर रही। वहीं एकल वर्ग में बॉक्सिंग में सिरमौरी छात्रों ने एक सिल्वर व दो ब्रोंज मैडल पर कब्ज़ा किया। वेटलिफ्टिंग में छात्रों ने एक सिल्वर व दो ब्रोंज मैडल अपने नाम किये। कभी खेलों में फ़िसड्डी रहने वाले सिरमौर जिला के ये विजेता छात्र राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपने जोहर दिखाएंगे।
खेलों में सिरमौर की सफलता का जिक्र अवनीश मल्होत्रा के बगैर अधूरा सा लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि मल्होत्रा ने छात्रों को प्रोफेशनल तरीके से कोचिंग प्रदान की। कोचिंग कैंप के दौरान उन्होंने एडीपीओ से ज्यादा कोच की भूमिका अदा की। उन्होंने डाइट चार्ट बना कर खिलाडियों की फिटनेस पर ध्यान दिया। स्टैमिना बढ़ाने के लिए खिलाडियों को कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ा। चपलता के अलावा मेंटल फिटनेस के लिए छात्रों को विभिन्न कोचिंग मेथड अपनाए। जिसकी परिणीति आज सफलता के रूप में सामने है।