शिमला (एमबीएम न्यूज) : 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं में नतीजा 50 प्रतिशत से कम रहने के कारणों का जवाब प्रधानाचार्यों व हैडमास्टरों को देना पड़ेगा। मंडी व कुल्लू जिलों के लिए इस बाबत बाकायदा 15 जुलाई की तारीख तय कर दी गई है। उच्चशिक्षा विभाग के निदेशक ने कुल्लू व मंडी के उपनिदेशकों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि तमाम प्रधानचार्य व हैडमास्टर 15 जुलाई को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (कन्या) में परीक्षाओं के नतीजों को साथ लेकर हाजिर हों।
इस बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव (शिक्षा) करेंगे। शुक्रवार को निदेशालय ने इस बारे पत्र भी जारी किया है। फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि इस बैठक के बाद 50 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने पर प्रधानाचार्यों व हैडमास्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई जाएगी या नहीं। अलबत्ता यह जरूर है कि पाठशालाओं के मुख्याओं की क्लास लगेगी।
इस बैठक के बाद ही सही आंकड़े सामने आएंगे कि इन दो जिलों में कितने स्कूलों के नतीजे 50 प्रतिशत से कम रहे। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक दिनकर बुराथोकी ने संबंधित जिलों के उपनिदेशकों को बैठक के सुचारू सिटिंग प्लान को बनाने के भी निर्देश दिए हैं।