नितेश सैनी/सुंदरनगर
हिमाचल प्रदेश के मंडी के सुंदरनगर में बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा सरेआम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की अवहेलना की जा रही हैं। बीबीएमबी प्रबंधन सुंदरनगर पर्यावरण को दूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस बात का ताजा उदाहरण बीएसएल नहर के किनारे खुले में जल रहा कचरा और उससे निकलने वाला विषैला धुंआ है। गौरतलब है कि वर्ष 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देशभर में कचरा जलाने पर पूरी तरह से बैन लगाया हुआ है। एनजीटी के आदेशानुसार अगर कोई भी कचरा जलाने का दोषी पाया जाता है, तो उस पर पर्यावरण को होने वाली क्षति के लिए 5 हजार और अगर कचरे का ढेर जलाते हुए पकड़ा जाने पर 25 हजार का जुर्माना लगाया है।
वहीं एनजीटी ने सभी राज्यों को सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट रूल, 2016 को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए हैं। वहीं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सुंदरनगर में हवा की गुणवत्ता को सुधारने के आदेश भी दिए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद सुंदरनगर में हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। बीबीएमबी प्रशासन द्वारा प्रतिदिन बीएसएल जलाशय से निकाला जा रहा गंदा कूड़ा-कर्कट शीश महल के समीप एक जगह इकट्ठा कर उसे आग के हवाले किया जा रहा है। इससे निकलने वाला विषैला धुंआ साथ लगते विभिन्न क्षेत्रों में फैल कर लोगों की सेहत को नुक्सान पंहुचा रहा है।
स्थानीय निवासी सुनील चौधरी ने कहा कि सुंदरनगर बीएसएल नहर किनारे पिछले 3-4 दिनों से कचरे को सरेआम आग के हवाले कर इससे निकलने वाले विषैले धुएं से लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर रोज सुबह-शाम लोग नहर किनारे सैर करने आते है लेकिन यहां पर विषैले धुंए के कारण सैर करना दुर्भर हो गया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन व बीबीएमबी प्रबंधन से इस दिशा में जल्द कड़े कदम उठाने की मांग की है। स्थानीय लोगों की शिकायत उपरांत घटनास्थल का जायजा लिया गया है।
बीबीएमबी प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को मामले पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए है। स्थानीय निवासी सुनील चौधरी ने कहा कि सुंदरनगर बीएसएल नहर किनारे पिछले 3-4 दिनों से कचरे को सरेआम आग के हवाले कर इससे निकलने वाले विषैले धुएं से लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर रोज सुबह-शाम लोग नहर किनारे सैर करने आते है, लेकिन यहां पर विषैले धुंए के कारण सैर करना दुर्भर हो गया है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन व बीबीएमबी प्रबंधन से इस दिशा में जल्द कड़े कदम उठाने की मांग की है।