एमबीएम न्यूज़/नाहन
सोमवार को जिला सिरमौर मुख्यालय नाहन में आंगनवाड़ी वर्करस एवं हेल्पर्स यूनियन ने जिला कमेटी के आह्वान पर चार दिवसीय धरना प्रदर्शन में भाग लिया। आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर यूनियन के 450 से अधिक कार्यकर्ताओं ने नाहन बस स्टैंड में एकत्रित होकर उसके बाद रैली निकाली। रैली नाहन बाजार से होते हुए डीसी ऑफिस पंहुची। डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इस रैली का आयोजन सीटू के बैनर तले किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने करीब दो घंटे तक उपायुक्त कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। साथ ही प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर यूनियन की अध्यक्ष नीलम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्री-नर्सरी कक्षाओं को प्राथमिक विद्यालयों से बदलकर आंगनवाड़ी केंद्रों में शुरू किया जाए। सीटू के महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने केंद्र व प्रदेश सरकार को मजदूर विरोधी नीतियों से कार्यकर्ताओं को अवगत करवाया। इस अवसर पर नीलम ठाकुर, मस्तो देवी, लाल सिंह, आशीष कुमार, मोनिका चौहान, सरोज, रक्षा, सुनीता, संगीता, राधा, पूनम व सुनीता ने भी प्रर्दशन कर रहे कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
इन मांगों का सौंपा ज्ञापन
सोमवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में मांग की। नर्सरी स्कूलों को प्राथमिक स्कूलों में खोलने के आदेश को तुरंत वापस लिया जाए। आंगनवाड़ी केंद्रों को प्री-नर्सरी स्कूलों में बदला जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को हरियाणा की तर्ज पर मासिक वेतन दिया जाए। 2013 के बाद का एनएचआरएम की बकाया धनराशि का भुगतान किया जाए। लाभार्थियों के खाते में सीधे धनराशि स्थानांतरण ना किया जाए।
पोषाहार, स्तनपान सप्ताह, गोद भराई व माता का जन्मदिन आदि कार्यक्रमों के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया जाए। आंगनवाड़ी केंद्रों में पिछले 1 वर्ष से रजिस्टर नंबर 2, 3, 4 उपलब्ध नहीं है। इन्हें उपलब्ध करवाने के लिए निर्देंश जारी किए जाए। पोषाहार सामग्री की सभी वस्तुओं की सप्लाई एक साथ उपलब्ध करवाई जाए। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष की जाए।