ज्वालामुखी (मोनिका शर्मा) : ज्वालामुखी से सटे खुङ्क्षडयां के बारीकलां के पास कोहलरी इलाके में ससुराल वालों की मानसिक प्रताडऩा से तंग आकर कथित तौर जहर खाकर आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। मृतका के पिता जगदीश ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को ससुराल वाले दहेज के लिये तंग करते थे। हालांकि मायके वाले ससुराल के आंगन में अंतिम संस्कार की जिद् करते रहे। लेकिन पुलिस ने देहरा में शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया।
देहरा की डीएसपी रेणु शर्मा ने पीड़ित परिवार को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है। पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर उसके पति व सास पर भारतीय दंड संहिता की धारा 498 ए,306,504 व 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ट्रिन-ट्रिन-ट्रिन-ट्रिन हैलो पिता जी, हैलो-हैलो मैं राधिका बेटी मैं अभी सोलन से बस द्वारा घर आ रहा हूं। हैलो आवाज साफ नहीं आ रही है, घर पहुंचते ही मैं तेरे को फोन करूंगा, मां से भी तेरी बात हो जाएगी।
समय रहा होगा दोपहर के 2 बजे के लगभग। अभागे पिता जगदीश को क्या मालूम था कि उसकी बेटी का यह आखिरी फोन होगा। अभागा पिता अपनी लाडली की आखिरी आवाज भी ठीक ढंग से नहीं सुन पाया था। राधिका दुनिया से रुख्सत हो गई।
संदिग्ध परिस्थितियों में राधिका की मृत्यु का गम मायके वालों के साथ उसके 2 नन्हे-मुन्ने बच्चों को भी अपने साये की काली घटा का शिकार बना गया। ससुराल में घरेलू हिंसा व मानसिक प्रताडऩा की शिकार राधिका अपने पिता को फोन पर क्या दुखड़ा बताना चाहती थी, यह यक्ष प्रश्न तो राधिका की मौत के साथ ही उसकी जलती चिता में भस्म हो गया।
लेकिन राधिका की मौत पर उठने वाली आरोपों की उंगलियां ससुराल पक्ष पर को ही कसूरवार ठहरा रही हैं। सूत्रों के अनुसार जहर राधिका की मौत का कारण रहा है। मौत का कारण तो बिसरा रिपोर्ट के बाद स्पष्ट हो जाएगा लेकिन किन परिस्थितियों में राधिका ने ससुराल में लगभग 5 वर्ष के वैवाहिक जीवन का दंश झेला है।
पिता जगदीश ने रुंधे स्वर में बताया कि बेटी का ससुराल पक्ष उनकी लाडली पर अत्याचारों की सभी हदें लांघ चुका था। राधिका पर दहेज का दबाव, ससुराल पक्ष द्वारा कभी पैसों की मांग, दबाव डालने के लिए उसकी बेटी के साथ अत्याचार, मानसिक प्रताडऩा राधिका के वैवाहिक जीवन का अंग बन गया था।
ससुराल पक्ष पर बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि लाडली राधिका को ससुराल में जहर देकर मार दिया। राधिका की मौत से जहां उसका मायके का आंगन सूना हुआ है वहीं ससुराल के नाम पर एक बार फिर कलंक का टीका पूरे समाज को शर्मसार कर गया है।