एमबीएम न्यूज़ / नाहन
सिरमौर में आबकारी व कराधान विभाग को अवैध शराब के कारोबार की एवज में सरकारी खजाने के लिए एकमुश्त 35, 26, 000 मिले हैं। करीब 30 से 35 लाख रुपए और मिल सकते हैं। विभाग ने वीरवार को पांवटा साहिब में शराब के थोक कारोबारी के गोदाम में अचानक ही दबिश दी थी। इस दौरान बीयर की 9,828 व देसी शराब की 1200 से पेटियों का स्टॉक कम पाया गया था, इसके अलावा स्टॉक में 200 अंग्रेजी शराब की पेटियां भी कम मिली थी।
एक्साइज ड्यूटी को चोरी कर शराब को बेचा गया था, विभाग ने यह तय किया था कि लगभग 51 लाख की एक्साइज ड्यूटी चोरी हुई है। इसी में से ठेकेदार ने शनिवार को 35.26 लाख रूपये की राशि जमा करवा दी है। उधर विभाग ने मामले की फाइल विभाग के अतिरिक्त आयुक्त (समाहर्ता) को भेज दी है, जहां से ठेकेदार पर जुर्माना तय होगा। विभाग की कार्रवाई के बाद बैकफुट पर आए ठेकेदार द्वारा 35.26 लाख रूपये जमा करवाने से यह बात साबित हो गई है कि विभाग की कामयाबी बड़ी थी।
सूत्रों का यह भी कहना है कि समाहर्ता स्तर पर ही यह तय किया जाएगा कि परमिट के बगैर ही शराब बेचने पर क्या जुर्माना लगाया जाए। उल्लेखनीय है कि शराब के गोदाम में भंडारण किया जाता है, इसके बाद जब शराब को ठेके में भेजा जाता है तो इससे पूर्व रिटेल शॉप में भेजी जा रही शराब की एक्साइज ड्यूटी अदा करने के बाद ट्रांसपोर्टेशन को लेकर परमिट हासिल करना होता है, लेकिन ऐसा न करने के बाद संभवत ठेकेदार विभाग को मोटा ही चुना लगाने की फिराक में था।
उल्लेखनीय है कि इस तरह के मामलों में पहले विभाग दोषी पाए जा रहे व्यक्ति को मामला कंपाउंड करने का मौका देता है। इस सूरत में अगर सरकारी रकम को जमा नहीं करवाया जाता है तो उस सूरत में अपराधिक मामले के इलावा प्रॉपर्टी को सीज करने की संभावनाएं विभाग द्वारा तलाशी जाती है।
उधर विभाग के सहायक आयुक्त जीडी ठाकुर ने पुष्टि करते हुए कहा कि थोक शराब के ठेकेदार ने शनिवार को 35.26 लाख रूपये की राशि जमा करवा दी गई है। उन्होंने कहा कि समाहर्ता के स्तर पर ही अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि विभाग की प्राथमिकता एक्साइज ड्यूटी को वसूल करने की ही रहती है।