पावंटा साहिब/एमबीएम न्यूज़
विजयदशमी के अवसर पर महिलाओं ने एक अनोखी पहल की है, यहां महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा और अपराधों के साथ युवाओं में बढ़ रहे नशे के विरोध में रैली व इन कुरीतियों का पुतला दहन किया गया। जनवादी महिला समिति ने जागरूकता रैली निकालकर सामाजिक कुरीतियों के रावण का दहन किया। समिति की राज्य अध्यक्ष संतोष कपूर की अगुवाई में स्थानीय के लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह से यमुना तट तक महिला हिंसा, नशा और महंगाई के विरोध में एक रोष व जागरूकता रैली निकाली।
यह रैली एसडीएम कोर्ट चौक व पुलिस थाना से होते हुए शमशानघाट तक पंहुची। जिसके बाद शमशानघाट के पास के मैदान में सामाजिक कुरीतियों के स्वरूप रावण के पुतले का दहन किया गया। इस मौके पर समीति की राज्याध्यक्षा संतोष कपूर ने कहा कि पांवटा साहिब मे विजयादशमी के दिन एक नई शुरुआत की गई है। जब तक हम समाज में व्याप्त इन बुराइयों का खात्मा नही करते तब तक रावण के पुतले को जलाना कोई मायने नहीं रखता।
जनवादी समीति की राज्याध्यक्षा संतोष कपूर ने कहा कि सबसे पहले हमें समाज में महिलाओं के प्रति पहल रही कुरीतियों को समाप्त करना चाहिए। केवल रावण रूपी राक्षस के दहन से समाज में परिवर्तन असंभव है। नशे और महिलाओं के प्रति पर रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए मानसिकता में परिवर्तन अति आवश्यक है तभी विजयदशमी का यह पर्व मनाना सार्थक हो पाएगा। उन्होंने कहा कि लगातार समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों में अधिकतर नशे की हालत में किए जा रहे हैं जो कि समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। इसके साथ ही समाज के अंदर महिलाओं के प्रति भेदभाव भी असहनीय होता जा रहा है।
समाज में बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा में सर्वाधिक प्रभावित होने वाली महिलाएं और नादान बच्चे ही होते हैं। पहले के मुकाबले अब सरकार की महिलाओं और बच्चों को रोजगार देने की नीतियां असफल साबित होती जा रही है। जिसके फलस्वरूप समूचे भारत में महिलाओं और कन्याओं की भ्रूण हत्या और प्रताड़ना इस वक्त चरम सीमा पर है। दहेज प्रथा जैसी घटनाओं ने पहले ही महिलाओं में असुरक्षा का भाव पैदा किया हुआ है। इन सभी सामाजिक कुरीतियों से आज के समाज को सशक्त होकर लड़ने की आवश्यकता है। इस दौरान दर्जनों जनवादी महिलाओं ने जागरूकता रैली निकालकर महिला हिंसा नशा और महंगाई रूपक पुतले का दहन किया गया।