एमबीएम न्यूज/नाहन
हरेक मोबाइल में एक खास इंटरनेशनल मोबाइल इक्यूपमेंट आईडेंटिटी (आईएमईआई)कोड होता है। इसी के बूते चोरी व गुम होने की सूरत में मोबाइल को ट्रैक किया जा सकता है। मगर अब शातिर आईएमईआई कोड को भी क्रैक करने में माहिर हो गए हैं। इसे बदल दिया जाता है। एक अरसे से इस बात की शंका जाहिर की जा रही थी कि पांवटा साहिब में आईएमईआई कोड को बदलने का गोरखधंधा चल रहा है।
अब इस शंका को बल मिल गया है। दरअसल पुलिस ने पांवटा साहिब की प्रिंस मोबाइल दुकान में मोबाइल चोरी की बड़ी घटना का पर्दाफाश किया है। इसमें एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, जो पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है। उसी से पूछताछ के आधार पर अब पुलिस ने दो अन्य चोरों को भी दबोचा है। फिलहाल पुलिस आरोपियों के नाम को साझा नहीं कर रही है, लिहाजा यह माना जा रहा है कि शातिर चोर नाबालिग हो सकते हैं। इंटर स्टेट गैंग के तीन मोबाइल चोरों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
एसपी रोहित मालपानी ने माना कि इंटरस्टेट गैंग के चोर आईएमईआई कोड को बदलने में माहिर हैं। निश्चित तौर पर पुलिस यह भी पता लगाएगी कि इस कोड को चोरी के बाद कैसे बदला जाता था। उन्होंने कहा कि चोरी के मोबाइल के कुछ बरामदगी हो गई है। उन्होंने कहा कि गैंग के अन्य सदस्यों को भी जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
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