एमबीएम न्यूज़/नाहन
सोलन में बहुचर्चित नगर परिषद नौकरी घोटाले मे आज विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल अदालत में पेश हुए। राजीव बिंदल का नाम मुकदमे से वापिस लेने के लिए सरकार ने माननीय कोर्ट मे गुहार लगाई है। सरकार की तरफ से पेश हुए वकील ने पिछली पेशी मे 7 सितंबर को कोर्ट से आग्रह किया था कि इस केस से विधानसभा अध्यक्ष का नाम वापिस ले लिया जाए। इसको लेकर आज कोर्ट मे सुनवाई थी। इस मामले मे कोर्ट ने अगली तारीख 24 नवंबर 2018 की रखी है।
अगली पेशी मे क्या निर्णय रहेगा इस पर सभी की नजरे टिकी हुई है। सोलन नगर परिषद में वर्ष 1998 से 2000 के दौरान करीब 24 लोगों की नियुक्तियां की गई थी। उस समय बिंदल नगर परिषद के प्रधान थे। आरोप है कि उन्होंने बतौर प्रधान तत्कालीन अधिकारियों के साथ मिलकर नियमों को दरकिनार कर अपने चहेतों को नौकरी पर लगाया। कांग्रेस ने उस समय भी इन भर्तियों का विरोध किया था। बाद में कांग्रेस सत्ता में आई तो इस मामले पर जांच भी बिठाई, लेकिन कई साल तक यह मामला यूं ही लटका रहा। इस बार कांग्रेस ने फिर से सत्ता में आने पर उनके खिलाफ विजिलेंस केस दर्ज किया, जिसकी अब पेशियां लग रही हैं।
इस मामले में बिंदल व उस समय सोलन के एडीएम रहे सुभाष चंद कल्सोत्रा सहित कुल 27 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक बहुचर्चित नगर परिषद नौकरी घोटाले मे केस भुगत रहे विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल का नाम मुकदमे से वापिस लेने के लिए सरकार ने माननीय कोर्ट मे गुहार लगाई है। सरकार की तरफ से पेश हुए वकील ने कोर्ट से आग्रह किया है कि इस केस से विधानसभा अध्यक्ष का नाम वापिस ले लिया जाए। इसको लेकर आज सुनवाई थी जिस पर अगली 24 नवंबर की तारीख दी गई है।