वी कुमार/मंडी
जिला की सराजघाटी की ग्राम पंचायत बागाचुनोगी के चोहट गांव की दलित महिला चिंता देवी ने गांव के ही स्वर्ण जाति के लोगों पर जाति आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि राजपूत जाति के लोगों ने इसके साथ सिर्फ इसलिए मारपीट की, क्योंकि यह उनके गांव के पास अपना घर बना रही थी। महिला के अनुसार घटना बीती 19 सितंबर की है। महिला अपने घर का लेंटर डलवा रही थी।
राजपूत समुदाय के कुछ लोग राजस्व अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुंच गए और जमीन की निशानदेही की मांग उठाई। राजस्व अधिकारियों ने पैमाईश की तो यह जमीन उक्त महिला की ही निकली। पीडि़त महिला के अनुसार जब अधिकारी मौके से चले गए तो उसके बाद राजपूत जाति के लोगों ने इसके साथ मारपीट की और निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाई।
महिला ने आज राईट एनजीओ के माध्यम से डीएसपी हैडक्वार्टर हितेश लखनपाल से मुलाकात करके न्याय की गुहार लगाई। महिला के अनुसार स्वर्ण जाति के लोग नहीं चाहते की दलित उनके गांव के पास बसे, इसी आधार पर उसके साथ यह घटनाक्रम घटा है। राईट एनजीओ के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने पुलिस से इस पूरे मामले पर एससी एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाही करने की मांग उठाई है।
डीएसपी हैडक्वार्टर हितेश लखनपाल ने बताया कि उसी गांव में मारपीट और भेदभाव का एक अन्य मामला भी सामने आया है, जिसकी जांच करने के लिए डीएसपी सुंदरनगर मौके पर गए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले को भी उन्हीं के पास जांच के लिए भेजा जा रहा है। लखनपाल ने बताया कि यदि जातिय भेदभाव की बात सामने आती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि मंडी जिला के दूरदराज इलाकों में जातिय भेदभाव आज भी हावी है। आज भी अधिकतर ग्रामीण इलाके ऐसे हैं जहां पर छुआछुत का बोलबाला है। हालांकि इसके लिए सख्त कानून का भी प्रावधान भी किया गया है, लेकिन फिर भी लोग अपने दिमाग से जातिय भेदभाव के कीड़े को बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं।
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