मबीएम न्यूज़/ऊना
सड़क हादसे में बुरी तरह से घायल हुए एक बेसहारा कुत्ते को हरोली के वेटनरी चिकित्सकों ने नया जीवन दिया है। हरोली के पशु चिकित्सालय में तैनात डा. हरीश व डा. साक्षी ने घायल कुत्ते की दुर्लभ सर्जरी कर जान बचाई है। जानकारी के मुताबिक ऊना शहर में एक बेसहारा कुत्ते को गाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसे में कुत्ते को गंभीर चोटें आई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कुत्ते की दाहिनी आंख का ग्लोब तक अपने सॉकेट से बाहर आ गया था।
शहर के लखवीर सिंह उर्फ लक्की ने कुत्ते को तड़पता देख तुंरत घर लाया। तुंरत पशु चिकित्सक डा. साक्षी बिज से संपर्क किया। डा. साक्षी की सलाह पर लक्की कुत्ते को उपचार देने के लिए हरोली पशु चिकित्सालय पहुंच गए। जहां पर तैनात डा. हरीश जसवाल और डा. साक्शी बिज ने ओक्युलर इमरजेंसी भांपते हुए ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। आंख के ग्लोब को वापिस इसके सॉकेट में फिक्स कर दिया। इस ऑपरेशन की सफलता में वेटर्नरी फार्मासिस्ट विक्रम का भी योगदान रहा।
डॉक्टरों के अनुसार यदि इस बेसहारा कुत्ते को तुंरत अस्पताल नहीं लाया जाता, तो मरीज कुत्ते की जान भी जा सकती थी। लक्की जैसे इंसानियत दिखाने वाले क्षेत्र में ऐसे कम ही लोग होंगे, जो पशु प्रेमी होंगे। घायल बेसहारा पशुओं की मदद करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है, जो इंसानियत के नाते मनुष्य से लेकर जानवर को भी एक नजर से देखते हैं। हर मदद के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे ही ऊना शहर के लखवीर सिंह लक्की है, जिनके पास बेसहारा कुत्ते का दर्द न देखा गया।
गाड़ी न होने के बावजूद किसी अन्य की गाड़ी बुक करवाकर कुत्ते के इलाज के लिए ऊना से हरोली चले गए। जहां पर सफल ऑप्रेशन के बाद कुत्ते की जान बचाई जा सकी। लक्की ने कहा कि जब तक कुत्ता पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाता, तब तक देखभाल की जिम्मेदारी मेरी है। उधर, पशु चिकित्सकों डा. हरीश जसवाल और डा. साक्षी बिज ने भी लक्की के इस इंसानियत भरे कदम को सराहा है।