एमबीएम न्यूज़ / शिमला
राजधानी के लोगों को सितम्बर केे महीने में भी मानसून की भारी बारिश का सामना करना पड़ रहा है। गुरूवार को अंधड़ व आसमानी बिजली के साथ हुई बारिश ने शहर की रफतार पर एक बार फिर ब्रेक लगा दी। वहीं मौसम के कड़े तेवरों से शहरवासी सहम गए। राजधानी में सुबह के समय मौसम साफ था और हल्की धूप खिली थी, लेकिन दोपहर के समय अचानक मौसम का मिजाज बदला और बादलों की गड़गड़हाट व हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। बीच-बीच में ओले भी गिरे।
बारिश व ओलावृष्टि से बचने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आए। वहीं बारिश ने खूब कहर भी बरपाया। कई स्थानों पर भूस्खलन व पेड़ गिरने से नुकसान हुआ है। आईजीएमसी से सटे दंत चिकित्सालय के समीप बनी पार्किंग में मलबा आ गिरा। पार्किंग में खड़ी तीन कारें इसकी चपेट में आ गईं। संयोग से उस समय घटनास्थल व कारों में कोई व्यक्ति नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। बारिश थमने के बाद प्रशासन ने जेसीबी लगाकर वाहनों को निकालने का काम शुरू किया। खबर लिखे जाने तक एक कार को मलबे से बाहर निकाल लिया गया था।
उधर भटटाकुफर में शनान के पास एनएच-5 पेड़ और मलबा गिरने से कई घंटे अवरूद्व रहा। इस कारण अप्पर शिमला से आ रहे सेब से लदे ट्रक व अन्य वाहन हाईवे पर फंस गए और लंबा जाम लग गया। शाम तक एनएच बहाल कर लिया गया। उपनगर संजौली में भी पेड़ गिरने से दो खड़ी कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। इसी तरह कृष्णा नगर , बैम्लोई सहित अन्य शहर के अन्य भागों में भी पेड धराशायी हुए। भारी बारिश के कारण शहर के कई स्थानों पर बिजली और इंटरनेट सेवा भी बाधित रही। बारिश से यहां का मौसम ठंडा हो गया।
मौसम विभाग के मुताबिक शहर में आज 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। निदेशक मनमोहन सिंह ने आगामी 24 घंटों के दौरान भी राजधानी में बारिश की संभावना जताई है।
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