एमबीएम न्यूज/चंबा
धर्मशाला से लापता सातवीं कक्षा का छात्र हर्ष गौरीकुंड से मिल गया है। पिता मुनीष कुमार भरमौर उपमंडल के चौरासी हेलीपैड पर इंतजार कर रहे हैं। हालांकि परिवार मिलने के बाद ही इस बात को पुख्ता करेगा कि पुलिस द्वारा बरामद किया गया बालक हर्ष ही है। गौरीकुंड तक पहुंचने के लिए करीब 15 किलोमीटर की चढ़ाई पैदल ही चढऩी पड़ती है। लिहाजा हर कोई इस बात को लेकर अचंभित है कि अकेले ही हर्ष बस में सफर करने के बाद पैदल ही इस जगह तक कैसे पहुंचा।
पुलिस व प्रशासन ने परिवार को हर्ष के गौरीकुंड से मिलने की बात बताई। पिता मुनीष कुमार बीती रात ही भरमौर पहुंच गए थे, क्योंकि सोशल मीडिया के माध्यम से हर्ष के भरमौर में देखे जाने की सूचना मिली थी। धर्मशाला के बीडीओ कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात हर्ष की मां रोमिता ने कहा कि उन्हें दो घंटे पहले ही पुलिस व प्रशासन के माध्यम से हर्ष के मिल जाने की सूचना मिली है।
उधर पिता मुनीष कुमार का कहना है कि हेलीकॉप्टर कुछ देर बाद गौरीकुंड के लिए उड़ान भरेगा। उन्होंने कहा कि बेटे से मिलने के बाद ही वह अधिक कुछ बता सकते हैं। पिता का कहना है कि हर्ष शुरू से ही होशियार बच्चा रहा है, लेकिन न जाने क्यों वो बिन बताए ही घर से निकल गया था। सनद रहे कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क के पाठकों ने भी हर्ष को ढूंढने में कोई कसर नहीं रखी थी।
करीब 500 पाठकों ने 24 घंटे से भी कम वक्त में खबर को शेयर किया, ताकि हर्ष की तलाश में परिवार को मदद मिल सके। यहां चंबा पुलिस की भी सराहना हो रही है, क्योंकि भरमौर में देखे जाने का अलर्ट मिलने के बाद पुलिस ने लापता हर्ष की तलाश में कड़ी मशक्कत की थी।
मणिमहेश यात्रा का गौरीकुंड अहम पड़ाव है। धार्मिक आस्था के मुताबिक पार्वती माता ने इसी स्थल पर भगवान शिव के लिए तपस्या की थी। इस कुंड में केवल महिलाओं को ही स्नान करने की अनुमति है।