अमरप्रीत सिंह/सोलन
सोलन में इस बार टमाटर का सीज़न बुरी तरह से पिट गया। पिछले वर्ष किसानों को टमाटर की क्रेट के दाम करीबन 1500 तक मिले, लेकिन इस बार किसानों को क्रेट के दाम आधे भी नहीं मिल रहे है। जिसकी वजह से किसान हताश नज़र आ रहे है। इस बार टमाटर की फसल बेहद अच्छी हुई थी। किसान अच्छे मुनाफे की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उनकी सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
शुरुआत में किसानों को अच्छे दाम मिल रहे थे मगर जैसे ही दक्षिण भारत का टमाटर आरंभ हुआ तो हिमाचल के टमाटर की मांग घट गई जिसकी वजह से दाम भी गिर गए। सोलन एपीएमसी के सचिव प्रकाश कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान जब भी खेत में बिजाई करता है तो बिजाई से पहले उसे कृषि विभाग के विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर ले लेनी चाहिए, ताकि मंदी की मार से बचा जा सके।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष किसानों को टमाटर की फसल के दाम बहुत अच्छे मिले थे। टमाटर के दाम सेब के बराबर पहुंच गए थे। इस बार भी अच्छे दाम के चक्कर में सभी किसानों ने अन्य फसले छोड़ कर टमाटर की फसल ही लगाई, जिसकी वजह से टमाटर की फसल बेहद ज़्यादा हो गई और दाम कम हो गए तो किसानों को लाभ की जगह हानि उठानी पड़ी।