एमबीएम न्यूज़/पावंटा साहिब
पावंटा उपमंडल के ग्राम पंचायत गोजर के तहत खोदरी-किलोड रोड की हालत इन दिनों काफी दयनीय बन चुकी है। पिछले दिनों हुई भारी वर्षा के बाद इस सड़क मार्ग की हालत इतनी खराब है कि इस पर गाड़ी तो क्या पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। आस-पास के करीब 10 गांवों को शहर से जोडने वाली यह मुख्य सड़क बिल्कुल खस्ताहाल हो चुकी है। परंतु संबंधित विभागों सहित नेताओं ने मानो आंखें मूंदी हैं।
बता दें कि पांवटा ब्लॉक के अंतर्गत दुर्गम पहाडी क्षेत्र खोदरी व किलौड को मुख्य शहर से जोडने वाले यह इकलौती सडक है जो कि इन दिनों खस्ताहाल पडी हुई है। गौरतलब है कि यह सडक उत्तराखंड जल विद्युत निगम के तहत आती है। पिछले कई दशकों से इस रोड की देख-रेख उत्तराखंड जल विद्युत निगम ही करता आया है। लेकिन पिछले 2 सालों से इस सडक मार्ग की कोई मरम्मत नहीं कराई गई है, जिससे पांवटा से किलौड तक बस सेवा भी बाधित होती रही है।
कुछ महीनों पहले ग्रामीणों ने इस रोड पर भारी वाहनों की आवाजाई को भी बंद करवा दिया था, जिसके बाद उत्तराखंड जल विद्युत निगम ने आश्वासन दिया था कि सडक की मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू होगा। करीब 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी हालात ज्यौं के त्यौं हैं। ग्राम पंचायत व पावंटा प्रशासन यह कहकर कार्रवाई नहीं करता कि यह सडक उनके अधीन नहीं आता है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। उधर दोनों राज्यों के अधिकारियों द्वारा टाले जाने के बाद ग्रामीणों में काफी रोष है।
नवयुग मंडल किलौड के युवाओं ने रोष प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को चेताया है कि यदि जल्द ही इस सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई तो सभी युवा सैंकडों ग्रामीणों सहित उत्तराखंड के विकासनगर में जल विद्युत निगम कार्यालय व पांवटा में विधायक सुखराम चौधरी का घेराव करेंगे और उग्र धरना प्रदर्शन करेंगे।
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