एमबीएम न्यूज / नाहन
हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ की सिरमौर इकाई की बैठक शनिवार को हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान भी मौजूद रहे। अलग-अलग शिक्षा खंडों से पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में डाईट प्रधानाचार्य व स्टाफ के मध्य विवाद का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा। प्रदेश अध्यक्ष की मध्यस्थता पर माहौल शांत किया गया।
मुद्दे को आपस में बैठकर हल करने पर फैसला हुआ। साथ ही यह भी फैसला हुआ कि सितंबर माह में संघ के संघर्ष को 50 साल पूरे हो रहे हैं। इसके लिए बिलासपुर में स्वर्ण जयंती समारोह मनाने का फैसला लिया गया। अहम बात यह रही कि बैठक में उन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई पर विरोध जताया गया, जिनके स्कूलों के नतीजे 25 प्रतिशत से कम आए हैं।
सिरमौर इकाई के अध्यक्ष राजीव ठाकुर के अनुसार 15 मांगों पर गंभीरता से चर्चा हुई। इसमें मुख्य तौर पर पुरानी पैंशन व्यवस्था की बहाली, प्रारंभिक शिक्षा प्रणाली को अक्षरश: लागू करना, 4-9-14 संशोधित ग्रेड की विसंगतियों को दूर करना, पीटीए-पैरा व पैट के नियमितीकरण, 25 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने का विरोध, रिक्त पदों को भरना, प्रधानाचार्यों की नियुक्ति, अध्यापकों को गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति व आउटसोर्स कंप्यूटर शिक्षकों के लिए स्थाई नीति बनाना इत्यादि शामिल हैं।
Latest
- कालाअंब में 6 मई को विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित
- 4 से 8 मई तक हिमाचल दौरे पर राष्ट्रपति, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
- देश की सबसे बड़ी टेक्सटाइल कंपनी वर्धमान के VP बने मंडी के आकाश ठाकुर
- हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा पहुंचे बगलामुखी मंदिर
- कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार आनंद शर्मा प्रचार से पहले पहुंचे कालीबाड़ी मन्दिर