सोलन (एमबीएम न्यूज़ ) : एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया (शांडिल्य गुट) का एक शिष्ठमंडल फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में नई दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय में भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर से मिला। इस दौरान फ्रंट ने रक्षा मंत्री को वन रैंक वन पैंशन के संदर्भ में एक ज्ञापन सौंपा। साथ ही रक्षा मंत्री से फ्रंट ने पूरजोर मांग रखी कि शीघ्र ही वन रैंक वन पैंशन कानून को लागू किया जाए। रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर ने फ्रंट द्वारा रखी गई मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि वन रैंक वन पैंशन को जल्द लागू कर दिया जाएगा।
रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को ज्ञापन सौंपा और लगभग 20 मिनट तक पारिकर के साथ आतंकवाद व पूर्व सैनिकों के मुद्दे पर बातचीत की। इस दौरान फ्रंट ने गत दिनों म्यांमार सीमा में घुसकर भारतीय सेना द्वारा उग्रवादियों तथा उनके नापाक मंसूबों को खत्म करने के लिए रक्षा मंत्री को बधाई दी। साथ ही फ्रंट ने रक्षा मंत्री के समक्ष वन रैंक वन पेंशन के मामले में जरूरी हस्तक्षेप करने की मांग रखी तथा इस मुद्दे को पूरी संवेदनशीलता के साथ हल करने का सुझाव भी दिया।
उन्होंने धरने पर बैठे पूर्व सैनिकों को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को लेकर वह उनका हर मोड़ पर समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पैंशन अब पूर्व सैनिकों की ही लड़ाई नहीं है,बल्कि हर हिंदुस्तानी की है। उक्त जानकारी फ्रंट के हिमाचल प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष राज कुमार अग्रवाल ने सोमवार को यहां जारी लिखित बयान में दी है। उन्होंने बताया कि इस दौरान फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिलय के साथ एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया
उन्होंने बताया कि फ्रंट ने वन रैंक वन पैंशन का समर्थन किया है। सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य आज जंतर-मंतर पर पूर्व सैनिकों के साथ भूख हड़ताल पर बैठे और पूर्व सैनिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यदि पूर्व सैनिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए तो एंटी टेररिस्ट फ्रंट सबसे आगे होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक देशभक्त हैं। जिन्होंने देश की आन-बान और शान को बनाए रखने के लिए अपना बहुत कुछ खोया है। उन्होंने कहा की पूर्व सैनिकों ने ही 1965-71 की लड़ाईया लडक़र विश्व में भारत का सर ऊंचा किया है।