वी कुमार /मंडी
नेरचौक अग्निकांड में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पांचो की मौत जलने से नहीं बल्कि दम घुटने के कारण हुई है। घटना के बाद सभी पांचों मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम जोनल हास्पिटल में करवाए गए। पोस्टमार्टम डाक्टर हरजिंदर ने किए। उनके अनुसार पांचों की मौत दम घुटने के कारण हुई है और शरीर पर जलने के काफी कम निशान पाए गए हैं। एक साथ परिवार के पांच सदस्यों की जली चिताए
माना जा रहा है कि जैसे ही घर में आग के कारण धुएं का गुब्बार बना तो उससे सब लोग बेहोश हो गए और बेहोशी की हालत में ही सभी ने अपने प्राण त्याग दिए। यही कारण रहा कि पांचों अपने बचाव में कोई चीख-पुकार भी नहीं कर सके और हमेशा-हमेशा के लिए मौत के आगोश में समा गए। बता दें कि इस अग्निकांड में 66 वर्षीय नरेंद्र कुमार सोनी, 60 वर्षीय बीना सोनी, 75 वर्षीय सुदेश सोहल, 45 वर्षीय मोना और 8 वर्षीय साहिल की मौत हो गई थी। इसमें नरेंद्र सोनी और उनकी पत्नी बीना सोनी नेरचौक के ही रहने वाले थे और इन्हीं के घर पर आगजनी की घटना हुई। जबकि सुदेश सोहल, मोना और साहिल शिमला के रामबाजार के रहने वाले थे और यह शादी समारोह में भाग लेने यहां आए हुए थे।
मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद नेरचौक में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। सभी परिजन यहीं पर मौजूद थे इसलिए शिमला के तीनों मृतकों को भी यहीं पर अंतिम विदाई दी गई। जिस परिवार में शादी के बाद रिसेप्शन पार्टी की तैयारी थी वहां से पांच अर्थियां शमशानघाट के लिए निकली। झकझोर कर रख देने वाले इस दृश्य को जिस किसी ने भी देखा उसका कलेजा पसीज गया। परिजनों का भी रो रोकर बूरा हाल है।
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