एमबीएम न्यूज़/कुल्लू
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में दस महीनों से खाली चल रहे गायनी विशेषज्ञ के दो पदों का मुद्दा अब प्रदेश की भाजपा सरकार पर भारी पड़ने लगा है। डॉक्टर उापलब्ध करवाने को लेकर सरकार के ढीले रवैये के चलते कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के बाहर धरना शुरू कर दिया है। जिसमें शहर के महिला और पुरूषों ने काफी संख्या में भाग लिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की और कुल्लू से अनदेखी करने का आरोप भी लगाया है। कुल्लू सदर के विधायक ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार कुल्लू विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी कर रही है। हालांकि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र के लोग भी उपचार करवाने आते हैं और प्रसूता महिलाएं भी कुल्लू अस्पताल में आती है लेकिंन उसके बावजूद भी मुख्यमंत्री एक डॉक्टर तक उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं।
सुंदर का कहना है कि मुख्यमंत्री से उन्होंने अपनी भाषा में भी इस समस्या को उठाया लेकिन उन्हें शायद अपनी भाषा भी समझ नहीं आ रही है। ऐसे में अब मजबूरन आन्दोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि छह महीनों वाली भाजपा सरकार ने हालांकि दो बार डॉक्टर के आदेश किए हैं लेकिन दोनों डॉक्टरों ने ज्वाईनिंग नहीं दी। लिहाजा, दोनों पद खाली पडे़ हुए हैं जिसको लेकर प्रदेश की जय राम सरकार बुरी तरह घिर गई है।
प्रसूता महिलाओं की समस्या को देखते हुए अब कुल्लू सदर से कांग्रेस विधायक ने भाजपा सरकार को घेरने के लिए आन्दोलन शुरू कर दिया है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि जनजातीय जिला लाहौल स्पीति से डॉक्टर राम लाल मारकंडेय और मनाली विधानसभा क्षेत्र से गाेविंद सिंह ठाकुर प्रदेश सरकार में कदावर मंत्री है लेकिन क्षेत्रीय अस्पताल को एक डॉक्टर लाने में दोनों मंत्री पूरी तरह से फेल हुए हैं। इससे लगता है कि मंत्रियों को भी जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
विधायक सुंदर ठाकुर ने प्रदेश की भाजपा सरकार को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि जिस तरह से कुल्लू अस्पताल के लिए भेजे गए दो डॉक्टरों में से एक ने भी ज्वाईन नहीं किया उससे ऐसा लगता है कि प्रदेश में मंत्री, मुख्यमंत्री और विधायक नहीं बल्कि कर्मचारी सरकार चला रहे हैं। सरकार का प्रशासन और कर्मचरियों पर किसी भी तरह का नियंत्रण नहीं है।
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