एमबीएम न्यूज़ / ऊना
जर्मनी की एक कंपनी ने नगर परिषद ऊना के साथ एमओयू साईन किया है। कंपनी यूएसए की तर्ज पर जिला में बेस्ट कचरे से पानी, बिजली व ईंधन का निर्माण करेगी। यूएसए के बाद हिमाचल का जिला ऊना विश्व का पहला कस्बा है।जहां पर जर्मनी की एजी डॉटर्स कंपनी अपना प्लांट लगाएगी। इसके लिए कंपनी को 15 कनाल की जमीन हिमाचल सरकार द्वारा जिला में लीज पर दी जाएगी। मंगलवार को नगर परिषद के अध्यक्ष अमरजोत बेदी व एजी डॉटर्स कंपनी के एमडी अजय गिरोट्रा के बीच एमओयू साईन हुआ।
डीसी राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में हुए एमओयू में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी मौजूद रहे। एजी डॉटर्स कंपनी के एमडी अजय गिरोट्रा ने बताया कि ऊना में आने वाला प्लांट दूनिया की सबसे बड़ी एडवांस तकनीक है। प्लाजमा गैसिफिकेशन टैक्रोलजी के तहत जिला ऊना का सारा कचरा पानी, बिजली व ईंधन मेें तबदील कर देंगे।
कंपनी यूएनए के आधार पर जिला ऊना में अपना प्लांट लगाएग। कंपनी द्वारा जिला में एकत्रित होने वाले ठोस व तरल कूड़े को अपने प्लांट में ले जाकर बिजली, पानी व ईंधन में परिवर्तित करेगा। उन्होंने कहा कि पानी व डीजल का इस्तेमाल खाना पकाने के रूप में किया जा सकता है। कंपनी का कुल खर्चा 160 करोड़ रुपये तक होगा, जोकि विदेशी निवेश के जरिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लांट में 20 मीट्रिक टन ठोस व तरल कचरे से 10 मेगावार्ट का उत्पादन करेगा, जो कि हिंदूस्तान में आज तक का रिकॉर्ड है।
नप अध्यक्ष अमरजोत बेदी ने कहा कि जर्मनी की एसयू डॉटर्स कंपनी बिना प्रदूषण के हर प्रकार के कचरे का बिजली, पानी व डीजल में परिवर्तित करेगी। प्लांट लगाने के लिए कंपनी को 15 कनाल भूमि चाहिए। जिसके लिए प्रदेश सरकार 9 माह के भीतर जमीन उपलब्ध करवाएगी। प्लांट शुरू होने के बाद कंपनी हर घर से कूड़ा एकत्रित कर अपना प्रयोग करेगी।