एमबीएम न्यूज /शिमला
क्या आप सोच सकते हैं, जहां प्रदेश हैलीटैक्सी के सपने ले रहा है, वहीं चौपाल उपमंडल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ईडा के छात्र तंबू में बैठकर पढ़ाई करते हैं। ऐसे में उच्चशिक्षा के बड़े-बड़े दावों की भी पोल खुलती है। तंबू में चल रहे इस स्कूल ने इस बात की भी पोल खोल दी है कि रिमोट इलाकों में न तो आलाधिकारी पहुंचते हैं, न ही मंत्री महोदय। अब पोल खुलने के बाद नजरें इस बात पर भी होंगी कि क्या शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज जो मूलत: इसी जिला के रहने वाले हैं, मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लेंगे या नहीं।
बहरहाल छठी से बारहवीं तक के इस स्कूल में लगभग 150 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। जैसे-तैसे गर्मियां काट ली है, लेकिन अब मानसून सिर पर है। अहम पहलू यह है कि तेज हवाएं चलने पर शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को तंबू के डंडे पकडऩे पर मजबूर होना पड़ता है, क्योंकि एकमात्र तिरपाल के छिन जाने का भी खतरा रहता है।
इलाके के लोगों ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को इनबॉक्स में संदेश भेज कर इस मामले में सरकारी व्यवस्था की कोताही की पोल खोलने की मांग की। 36 साल पहले यह स्कूल प्राथमिक स्तर का था। 2007 में पाठशाला को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का दर्जा मिल गया।
क्यों तंबू में किए गए छात्र शिफ्ट…
करीब तीन साल पहले स्कूल भवन को असुरक्षित घोषित कर दिया गया। अनसेफ घोषित होने के बाद अक्तूबर 2016 में स्कूल को तंबू में शिफ्ट कर दिया गया। कमाल देखिए कि स्कूल के भवन के निर्माण को पूरा करने की बजाए तंबू गाड़ दिया गया। जानकारी के मुताबिक स्कूल भवन के लिए करीब 30 लाख रुपए की राशि उपलब्ध हुई है। इसका एक हिस्सा लोक निर्माण विभाग को भी जारी किया जा चुका है।
सवाल यह भी उठता है कि क्या सरकार निर्माण में देरी कर रहे अधिकारियों को सस्पेंड करेगी या नहीं, क्योंकि जब तक मामला पर्दे के पीछे था तो कोई बात नहीं। लेकिन अब जयराम सरकार को शर्मसार होना पड़ रहा है। साथ ही शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का अपना पैतृक जिला है।
पढि़ए कैसे जिम्मेदारियों से हुई टाल-मटोल…
पूरा दिन कोशिश करने के बावजूद उच्चशिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरदेव से संपर्क नहीं हुआ। कई कोशिशों के बावजूद फोन रिसीव नहीं किया। अतिरिक्त निदेशक डॉ. उमा वर्मा ने कहा कि इस मामले को संयुक्त निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा देखते हैं, जिन्होंने भी मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया। शिक्षा मंत्री के ओएसडी डॉ. मामराज पुंडीर ने कोई भी जानकारी होने से इंकार किया। उधर उच्चशिक्षा विभाग के निदेशक के पीएस रवि पाल राणा ने कहा कि सचिवालय में बैठक चल रही है। संभवत: वहीं पर सब अधिकारी व्यस्त होंगे।
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