मोक्ष शर्मा/नाहन
शहर के बीचोबीच में मेहलात घाटी के ऊपर लगभग 1 या 2 दिन पहले नो पार्किंग का बोर्ड यातायात पुलिस व रोड सेफ्टी क्लब के द्वारा लगाया गया है। बावजूद उसके भी यहां पर वाहनों की कतारें देखने को मिल रही है। जिससे आम जनता को चलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सामने इतना बड़ा बोर्ड होने के बावजूद भी लोग इसकी अनदेखी कर रहे हैं।
यातायात पुलिस व रोड सेफ्टी क्लब के अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए हैं या यूं कहें कि यातायात पुलिस केवल दोपहिया वाहनों के डबल हैलमेट के चालान के लिए तैनात की गई है। महलात वाली सडक़ के साथ अपर स्ट्रीट, बड़ा चौक, गुन्नुघाट व छोटा चौक के लोग जुड़े हुए हैं। अस्पताल जाने से लेकर बाजार के कार्यों के लिए लोगों की आवाजाही इसी मार्ग से होती है। मगर यहां हालात ऐसे हैं कि वाहनों की अवैध व बेतरतीब पार्किंग से यहां एंबूलेंस का जाना भी असंभव हो गया है।
आपातकाल में मरीज के लिए कोई विकल्प नहीं बचता। लोगों के सामने पहाड़ जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। साथ ही यहां कांग्रेस भवन होने के कारण जिला भर के कांग्रेस कार्यकर्त्ता रोजाना अपने कार्यों को लेकर आते रहते हैं। उनके वाहन भी यहां-वहां खड़े रहते हैं। अकसर ऐसा भी देखने में आया है कि कई दफा पैदल चलने वालों को भी रास्ता तलाशना मुश्किल हो जाता है। समय रहते अगर यह समस्या दूर नहीं हुई तो कोई भी अनहोनी घटना घट सकती है।
वहीं पुलिस मालरोड, दिल्ली गेट, कांसीवाला, दोसडक़ा व जुड्डा के जोहड़ नाका लगाकर वाहनों की चैकिंग में व्यस्त रहती है। शहर के मुख्य भागों की ओर कोई ध्यान नहीं है। बाजार में भी लोग धड़ल्ले से दोपहिया वाहनों को लेकर घुस जाते हैं। कई बार दोपहिया वाहन चालक बुजुर्ग व छोटे बच्चों के लिए असुरक्षा का वातावरण पैदा कर देते हैं। कई बार बाजार में भी इस प्रकार की दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मगर पुलिस का एक्शन केवल उपरोक्त स्थानों पर ही केंद्रित रहता है।