एमबीएम न्यूज़/पावटा साहिब
क्षेत्र के माजरा थाने के तहत एक गरीब अल्पसंख्यक परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है। दरअसल मामला बीते 2 अप्रैल का है जब इस गरीब परिवार के सदस्यों के साथ एक दबंग परिवार के लोगों ने मारपीट कर दी थी। माजरा थाने में शिकायत करने के बावजूद पीड़ितों की शिकायत दर्ज नहीं की गई। अब मामले के एक सप्ताह बाद पीड़ित परिवार ने पावटा साहिब के डीएसपी से न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
मारपीट के पीड़ित मस्तू व उनकी बेटी आसमां निवासी धौलाकुआं ने बताया कि सरकार द्वारा उन्हें धौलाकुआं के पास नौरंगाबाद में छः बीघा भूमि कृषि करने के लिए मिली है। इस भूमि पर उनके द्वारा जो भी फसल लगाई जाती थी, उसे पास के ही एक दबंग परिवार के पशु आए दिन चट कर जाते थे। बीते 2 मई को मस्तू ने खेत में घुसे अपने पडोसी के पशुओं को वहां से भगाया और उनके मालिकों के घर ले गया। बकौल मस्तू उसके खेत में पशु छोड़ने से मना करने पर पशुओं के मालिक कासिम, युसूफ और बग्गो आदि ने उसके साथ मारपीट शुरु कर दी।
इतना ही नहीं जब मस्तू की बेटी आसमा बीच बचाव के लिए आई तो आरोपियों ने उसकी भी बेतहाशा पिटाई शुरू कर दी और कासिम ने आसमां के पेट पर लात मार दी। जिससे आसमा बेहोश हो गई और उसे 108 एंबुलेंस के माध्यम से पावटा अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि मामला गंभीर होने के बावजूद माजरा थाने में उनकी शिकायत नहीं सुनी गई और पांवटा सिविल अस्पताल में घायल आसमा का इलाज भी नहीं किया गया। जिसकी वजह से बेहोश आसमां का इलाज प्राइवेट डॉक्टर से करवाना पड़ा। आरोप है कि पुलिस व अस्पताल में किसी रसूखदार का फोन आने के कारण ना तो माजरा थाने में शिकायतकर्ताओं की शिकायत नहीं लिखी गई और न ही सिविल अस्पताल में उसका इलाज किया गया। अब पीड़ित शिकायत लेकर डीएसपी पांवटा के पास पहुंचे हैं।
उधर इस बारे शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए डीएसपी पांवटा प्रमोद चौहान ने बताया कि संबंधित माजरा थाने को जांच के आदेश दिए गए हैं।