वी कुमार/मंडी
मुख्यालय पर स्थित जोनल हास्पिटल के बाहर दवाइयों की दुकानों पर एक ही मेडिकल उपकरण के अलग-अगल दाम तय किए गए हैं। एक उपकरण आपको कम से कम दर पर भी मिल जाता है और वही उपकरण आपको भारी कीमत चुकाकर भी लेना पड़ रहा है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब हार्ट की बीमारी के कुछ मरीज अपना टीएमटी टेस्ट करवाने के लिए जोनल हास्पिटल पहुंचे। इस टेस्ट के लिए उन्हें बाहर से 10-10 ईसीजी इलेक्ट्रॉड लाने के लिए कहा गया।
मरीज अस्पताल के बाहर वाली दुकानों से ईसीजी इलेक्ट्रॉड ले आए। अभी इनका टेस्ट होना था तो इसी दौरान यह आपस में चर्चा करने लगे तो मालूम हुआ कि इसके बाहर सभी दुकानदारों ने अलग-अगल दाम वसूले हैं। एक दुकान ने 10 ईसीजी इलेक्ट्रॉड 600 रूपए में बेचे, एक ने 300 रूपए वसूले , दो ने 200 रूपए में और एक ने 180 रूपए में बेचे। दुकानदारों ने बाकायदा इसके पक्के बिल भी दिए हैं।
टेस्ट करवाने आए कोटली निवासी गोपाल दास ने बताया कि एक ही उपकरण के अलग-अगल दाम वसूलना किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे इस पर अंकुश लगाया जा सके।
वहीं जब हमने वसूले गए अलग-अगल दामों को लेकर कैमिस्ट एसोसिएशन से बात की तो उन्होंने इस बारे में संबंधित मेडिकल स्टोर मालिक से बात की। कैमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान योगेश वर्मा ने बताया मेडिकल स्टोर ने गलती से ज्यादा पैसे ले लिए थे और यह पैसे ग्राहक को वापिस कर दिए जाएंगे। उन्होंने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों से ग्राहकों से दवाइयों और अन्य मेडिकल उपकरणों से उचित दाम वसूलने का आहवान भी किया।
बहरहाल अब यह पैसे गलती से वसूले गए हों या फिर जान-बूझकर, इसके पीछे तो अब कई तर्क दिए जा रहे हैं, लेकिन जो सभी बिल हैं उनसे इस बात का पता चल रहा है कि एक ही उपकरण के अलग-अगल दाम वसूलने का क्रम जारी है। कुल मिलाकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है अन्यथा गरीब सच में महंगे ईलाज के बोझ तले ही दबा रहेगा।