एमबीएम न्यूज़/पांवटा साहिब
जिला सिरमौर के शिलाई में खुले आम पंचायत स्तर पर चल रहा भ्रष्टाचार जग ज़ाहिर हुआ है। विकास खण्ड शिलाई के तहत ग्राम पंचायत कांडो-भटनोल में आयुषमान दिवस पर आयोजित ग्रामसभा में कमीशन खोरी की पोल खुल गई है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वीडियो में पंचायत प्रधान द्वारा एक लाख रुपये के विकास कार्य में 23% कमीशन अधिकारियों को दिये जाने की बात स्पष्ट कही जा रही है। जिसमें 5 हजार रूपये कनिष्ठ अभियंता की भी कमीशन शामिल है।
केंद्र में मोदी सरकार सहित हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा अक्सर पंचायती राज को मज़बूत कर भ्रष्टाचार मुक्त करने के दावे किये जाते रहे हैं, परंतु निचले स्तर अधिकारियों द्वारा इन दावों की सरे आम धज्जियां उडाई जा रही हैं। जिला सिरमौर के दूरदराज़ शिलाई क्षेत्र में पंचायत स्तर पर सरेआम विकास कार्यों में कमीशन खोरी का धन्धा चल रहा है। सोशल मीडिया में वायरल हुआ यह वीडियो इसका बानगी है।
ग्रामसभा के दौरान का यह वीडियो भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोल रहा है। जिसमें पंचायत प्रधान द्वारा एक लाख रुपये के विकास कार्य में 23% कमीशन अधिकारियों को दिए जाने की बात स्पष्ट कही जा रही है। जिसमें से 5 हजार रूपये संबंधित कनिष्ठ अभियंता को दी गई बताई जा रही है। वीडियो में कमीशनखोरी को लेकर ग्राम सभा में मौजूद पदाधिकारी एक दूसरे का मुंह तांकते और अपना पक्ष रखते दिखाई दे रहे हैं।
ग्राम कांडो-भटनोल में बीते सोमवार को आयोजित ग्रामसभा के दौरान के इस वायरल वीडियो में पंचायत सचिव से विसंगतियों व कमीशनखोरी को लेकर तीखे सवाल किए जा रहे है तथा साथ ही साफ कहा जा रहा है कि पिछले एक वर्ष से यहां काम करने वाले मजदूरों को मजदूरी नहीं दी गई है। जिसपर पंचायत प्रधान द्वारा स्पष्ट कहते दिख रहे हैं कि एक लाख रुपए के विकास कार्य में 23% कमीशन अधिकारियों को दी गई है, जिसमें से पांच हजार रूपये संबंधित कनिष्ठ अभियंता की कमीशन भी शामिल है।
वहीं वीडियो बना रहे युवक द्वारा पंचायत सचिव से इस बारे पूछे जाने पर सचिव घबराते हुए माथे से पसीना पोछते नज़र आ रहे हैं। इस दौरान ग्रामसभा में मज़दूरी न मिलने और सरेआम कमीशनखोरी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वीडियो में युवक द्वारा इसे उपायुक्त सिरमौर तक पहुंचाने की बात भी कही गई है।
उधर इस बारे उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने बताया कि विकास खण्ड अधिकारी शिलाई को 15 दिन के भीतर इस मामले पर पूरी रिपोर्ट जमा कराने के आदेश दे दिये गये हैं।
हालांकि एमबीएम न्यूज नेटवर्क वायरल वीडियो की अपने स्तर पर तस्दीक नहीं करता है, लेकिन जुटाए तथ्यों के मुताबिक पंचायत के रहने वाले एक युवक ने इस वीडियो को उस समय बनाया, जब 23 प्रतिशत कमीशन को लेकर आमने-सामने की सीधी बात हो रही थी।