वी कुमार/मंडी
12वीं की बोर्ड परिक्षाओं में मंडी जिला के निजी स्कूलों का दबदबा रहा। दो स्कूलों के चार होनहार टाॅप टेन में जगह बनाने में कामयाब हो सके। यह दोनों की निजी स्कूल हैं जबकि सरकारी स्कूलों के बच्चे टाॅप टेन तक नहीं पहुंच सके।
बड़ी बात यह है कि सुंदरनगर स्थित महावीर पब्लिक स्कूल के विक्रांत ने 480 अंक लेकर प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया है। उनके साथ हमीरपुर के साहित कतना भी इतने ही अंक लेकर पहले स्थान पर हैं।
वहीं लार्डस कान्वेंट स्कूल सरकाघाट की प्रतिभाग ने 486 अंक लेकर चैथा, महावीर पब्लिक स्कूल के मोहित ने 483 अंक लेकर 7वां और लार्डस कान्वेंट स्कूल सरकाघाट की स्वाति ने 481 अंक लेकर 9वां स्थान हासिल किया है। सभी बच्चों ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने गुरूओं और परिजनों की परवरिश को दिया है।
साईंटिस्ट बनना चाहता है विक्रांत
महावीर पब्लिक स्कूल सुंदरनगर से शिक्षा ग्रहण करके प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल करने वाला विक्रांत अब साईंटिस्ट बनना चाहता है। विक्रांत ने बताया कि उसकी इच्छा एक रोबोर्ट बनाने की है। विक्रांत ने अभी तक सोशल मीडिया और स्मार्ट फोन से दूरी बना रखी है और वह मानते हैं कि इनसे समय की बर्बादी होती है जिसका सही इस्तेमाल उन्होंने पढ़ाई के लिए किया।
विक्रांत मूलतः सिरमौर जिला के पावंटा साहिब का रहने वाला है। सुंदरनगर में विक्रांत के पिता अनिल रेवल सरकारी कर्मचारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि माता गृहणी हैं।
आईएएस बनना चाहती है प्रतिभा
लार्डस कान्वेंट पब्लिक स्कूल सरकाघाट की छात्रा प्रतिभा कुमारी आईएएस आॅफिसर बनकर गरीबों को न्याय दिलाने का काम करना चाहती हैं। प्रतिभा ने बताया कि आईएएस बनना उनका सपना है और वह इसे साकार करने की दिशा में आगे कदम बढ़ा रही हैं। प्रतिभा कुमारी के पिता जगदीश चंद्र मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाते हैं जबकि माता गृहणी हैं। प्रतिभा ने प्रदेश भर में चैथा स्थान हासिल किया है।
सिविल इंजीनियर बनना चाहता है मोहित
बोर्ड परीक्षा में प्रदेश भर में सातवां स्थान हासिल करने वाला सुंदरनगर का मोहित सिविल इंजीनियर बनना चाहता है। मोहित ने भी यह कामयाबी सोशल मीडिया से दूरी रखकर ही पाई है। मोहित का मानना है कि वहां समय व्यर्थ गंवाने से बेहतर था कि पढ़ाई की तरफ ध्यान दिया जाए। मोहित ने महावीर पब्लिक स्कूल सुंदरनगर से ही पढ़ाई की है। मोहित सुंदरनगर के साथ लगते भराडी गांव का रहने वाला है और उसके पिता शेर सिंह दुबई में काम करते हैं जबकि माता गृहणी हैं।
सेना में अधिकारी बनना चाहती है स्वाति
बोर्ड परीक्षा में नौंवां स्थान हासिल करने वाली स्वाति सेना में अधिकारी बनना चाहती हैं। स्वाति ने बताया कि सेना में जाने का उसका बचपन का सपना है और उसे वह पूरा करना चाहती हैं। स्वाति के पिता लेखराज कटवाल सरकारी कर्मचारी हैं और माता गृहणी हैं। स्वाति ने लार्डस कान्वेंट पब्लिक स्कूल सरकाघाट से पढ़ाई की है।