रेणु कश्यप / नाहन
बड़े हौंसले के साथ अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा एशियन रिकॉर्ड ब्रेक करने को आतुर है। 24 घंटे में अगर ट्रेडमिल पर 202 किलोमीटर से अधिक दौडऩे में सफल हो जाते हैं तो नया एशियन रिकॉर्ड बन जाएगा। नाहन के चौगान मैदान में 21 व 22 अप्रैल को उत्तर भारत में संभवत: दूसरी बार इस तरह का आयोजन होगा। बड़ी बात यह है कि धावक का लक्ष्य रिकॉर्ड तोड़ कर अपनी व्यक्तिगत वाहवाही लूटने का नहीं है, बल्कि इसके पीछे चैरिटी का मकसद छिपा है।
नाहन विकास खंड की चाकली पंचायत के सुरजन सिंह को एक अरसे से किडनी डोनर नहीं मिल रहा। मासूम सी मेधावी बेटी प्रिया एक अरसे से अपने पिता के इलाज के लिए मदद मांग रही है। इसके अलावा गदपेला की मीना देवी के दिल में छेद है। आलम यह है कि गुरबत के कारण पति ने भी मीना को मायके भेज दिया है। हालांकि बीपीएल का कार्ड बना हुआ है, लेकिन तीन से चार लाख रुपए की राशि नहीं जुट रही, जिससे इलाज करवाया जा सके।
अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने इन दो रोगियों का जीवन बचाने के मकसद से चैरिटी रन करने का फैसला लिया है। सनद रहे कि सुनील का चयन विश्व की सबसे मुश्किल रन बैड वॉटर के लिए भी हुआ है। भारत से एकमात्र धावक का चयन इस दौड़ के लिए हुआ है। द ग्रेट सिरमौर रन-सीजन 2 में एशियन रिकॉर्ड तोडऩे के लिए सुनील ने अपने पैतृक जिला का मुख्यालय ही चुना। चाहते तो मैट्रो शहर में इसका आयोजन कर अपनी व्यक्तिगत प्रशंसा को राष्ट्रीय स्तर पर हासिल कर सकते थे, लेकिन अपनी धरती से जुड़े सुनील ने अपनी जन्मस्थली को ही चुना।
सोमवार को होटल कबीरा में पत्रकारों से मुखातिब होने के दौरान सुनील शर्मा ने कहा कि बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि सोलन में गरीब सुनीता की दोनों किडनियां फेल होने के कारण मौत हो गई। उन्होंने बताया कि यह रन पहले सुनीता की मदद के लिए ही प्रस्तावित की गई थी। उल्लेखनीय है कि महज दो महीने के भीतर ही सूबे की चार टीनएजर बेटियां इलाज के अभाव में दम तोड़ गई।
उल्लेखनीय यह भी है कि गत वर्ष सुनील ने दो रोगियों ऊना की डिंपल व नाहन के धनवीर की मदद के लिए रन की थी। सुनील का हौंसला उस वक्त बढ़ा, जब कुछ समय बाद ही डिंपल की किडनी ट्रांसप्लांट की गई। 21 मार्च 2018 को धनवीर की भी पीजीआई में किडनी ट्रांसप्लांट हो गई है।
कुल मिलाकर सुनील की इस नेक सोच को सेल्यूट करते हुए एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने भी सामाजिक दायित्व महसूस करते हुए इस आयोजन में महत्वपूूर्ण योगदान देने का फैसला लिया है। आयोजन की रूपरेखा के अलावा प्रायोजन का भी बीड़ा उठाया गया है। प्रायोजकों की भी आवश्यकता इस मैगा इवेंट के लिए धावक सुनील को प्रायोजकों की भी आवश्यकता है। सुनील ने कहा कि अगर प्रायोजक मिलते हैं तो उनके हौंसले में इजाफा होगा। रोगियों की मदद के साथ-साथ मैगा इवेंट में प्रायोजक बनने के लिए मोबाइल नंबर 70188-48421 पर संपर्क किया जा सकता है।