चंबा, (एमबीएम न्यूज़) – चंबा जिला की विश्वविख्यात पवित्र मणिमहेश यात्रा इस वर्ष अधिकारिक तौर पर 5 सितम्बर से शुरू होगी जो 20 सितम्बर तक चलेगी। यात्रा के दौरान प्रति वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं जिनकी सुविधा के लिए सभी प्रकार के प्रबंध प्रशासन की तरफ से किए जाएंगे। यात्रा के सफल आयोजन को लेकर जहां भरमौर उपमंडल प्रशासन ने बैठकों का दौर शुरू कर दिया है वहीं जिला स्तर पर भी इसकी तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इस बार मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट का गठन कर दिया गया है जिसकी बैठक जल्द ही प्रशासन करने जा रहा है। वहीं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर ने समस्त विभागों को निदेर्श दिए हैं कि 15 जुलाई से पहले सभी प्रबंध पूरे कर लें। इस बार भरमौर उपमंडल प्रशासन इस यात्रा को हड़सर से यमकुंड दुनाली के रास्ते आरम्भ करने पर भी विचार कर रहा है। मणिमहेश यात्रा के दौरान जहां सफाई व्यवस्था पर प्रशासन का विशेष जोर रहेगा वहीं डल झील व गौरीकुंड में स्थाई शौचालयों का निमार्ण भी किया जाएगा। इसके साथ आवास सुविधा के अलावा कंट्रोल रूम तथा दूरसंचार की सुविधा भी श्रद्धालुओं को मुहैया करवाई जाएगी।
गौरतलब है कि हर वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाष्टमी तक मणिमहेश यात्रा का आयोजन चंबा जिला में किया जाता है। चंबा से हड़सर तक करीब 80 किलोमीटर का सफर वाहन द्वारा तय करने के पश्चात श्रद्धालु 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर पवित्र मणिमहेश डल झील पहुंचते हैं। डल झील में स्नान करने के पश्चात सामने स्थित कैलाश पर्वत के दर्शन कर श्रद्धालु कई मनोकामनाएं मांगते हैं तथा अपने आप को धन्य मानते हैं।
मणिमहेश यात्रा का जिम्मा संभाले उपायुक्त चंबा एम. सुधा देवी के अनुसार इस वर्ष मणिमहेश यात्रा 5 सितम्बर से 20 सितम्बर तक चलेगी जिसकी तैयारियां शुरू दी गई हैं। इस बार सरकार द्वारा इसका ट्रस्ट भी गठित किया गया है जिसकी बैठक जल्द आयोजित की जाएगी। उनके अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समस्त प्रकार के प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु 5 से 20 सितम्बर तक आधिकारिक तौर पर निधार्रित यात्रा अवधि के दौरान ही यात्रा करें क्योंकि अन्य दिनों में प्रशासन की तरफ से यात्रा पर कोई विशेष प्रबंध नहीं रहते हैं जिससे दुर्घटनाओं का अंदेशा भी रहता है। उपायुक्त के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के रास्ते में प्रकाश की व्यवस्था के साथ साथ दूरसंचार की सुविधा भी विशेष तौर पर उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि लूणा से हड़सर तक ब्लैक स्पाट चिन्हित करने के निदेर्श संबंधित विभाग को दिए गए हैं जहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि यात्रा के दौरान किसी तरह की दुर्घटना न हो।