एमबीएम न्यूज / शिमला
प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के ताकतवर मंत्री बनने के आसार पैदा हुए हैं। केंद्रीय नेतृत्व से बिंदल लगातार नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा कुछ खास कारण भी हैं। दरअसल आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे के जाल में फंस गए हैं।
आरोप है कि ठाकुर ने झूठा हलफनामा दिया था। इसमें पत्नी की आमदनी करोड़ों में बताई गई, जबकि आमदनी का स्त्रोत नहीं बताया गया। गृहणी की आमदनी करोड़ों में कैसे हो सकती है। उधर सरकार के एक अन्य मंत्री रामलाल मार्कण्डा के हलफनामे पर भी सवाल उठने लगे हैं। मंत्री राजीव सहजल के लोकसभा चुनाव में उतरने की अटकलें चल रही हैं।
वहीं कांगड़ा से मंत्रिमंडल में शामिल सरवीन चौधरी को भी भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाने की फिराक में है। ऐसे में अगर मंत्रिमंडल से एक या दो मंत्री खिसकते हैं तो उस सूरत में बिंदल मंत्रिमंडल के सदस्य के तौर पर शपथ ले सकते हैं। हालांकि क्यास यह भी हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव तक भाजपा कोई बदलाव नहीं करेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजनीति में घटनाक्रम बदलते चंद मिनट भी नहीं लगते। अगर इस तरह की परिस्थितियां पैदा होती हैं तो बिंदल के साथ नरेंद्र बरागटा व रमेश धवाला भी दौड़ में शामिल हो जाएंगे। कुल मिलाकर सूबे की राजनीति में रोचक घटनाक्रम पैदा होने के आसार हैं।
अप्रैल फूल अप्रैल फूल