वी कुमार/मंडी
सीएम जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा क्षेत्र सराज की तीन पंचायतों के लोग नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया के फरमान से परेशान हो गए हैं। इन पंचायातों में सड़क सुविधा नाममात्र की भी नहीं है और यहां के ग्रामीण अपना सारा सामान लाने और ले जाने के लिए झूला पुलों का सहारा लेते हैं।
एनएच-21 पर ब्यास नदी पर हणोगी माता मंदिर के पास यह तीन झूला पुल ग्रामीणों ने अपने खर्चे पर स्थापित किए हैं। ग्राम पंचायत नलवागी, खोलानाल और मुराह की हजारों की आबादी इसका लाभ उठा रही है। चाहे फसलों को बाजार तक पहुंचाना हो या फिर दूध या अन्य सामान को, ग्रामीण इन्हीं झूला पुलों से सारा सामान इधर-उधर भेजते हैं।
अब नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया ने ग्रामीणों को लगाए गए झूला पुलों को उखाड़ने का फरमान सुना दिया है। इस फरमान से ग्रामीण परेशान हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि या तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए या फिर इसके बदले में मुआवजा दिया जाए, क्योंकि ग्रामीणों ने इसपर आपसी सहयोग से लाखों रूपए खर्च किए हैं।
वहीं ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर कांग्रेस भी आगे आ गई है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विजय पाल सिंह ने सरकार से ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने की मांग उठाई है। विजय पाल सिंह का कहना है कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो फिर सड़कों पर उतरकर विरोध जताया जाएगा।
बता दें कि उक्त तीन पंचायतों के लोगों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है और ऐसे में यह झूला पुल यहां की रोजमर्रा की जरूरतों को सदियों से पूरा कर रहे हैं। यदि इन्हें यहां से हटाया जाता है तो ग्रामीणों के जनजीवन पर काफी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि यहां रोड क्नैक्टिविटी काफी कम है।