ऊना (एमबीएम न्यूज़ ): भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आए दिन जनता को धमकाने को लेकर सदर के विधायक सतपाल रायजादा उग्र हो गए हैं। विधायक रायजादा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। सोमवार को विधायक रायजादा ने सर्मथकों संग रोष प्रदर्शन करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, भाजपा सरकार व पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए।
विधायक ने रेस्ट हाऊस से लेकर मिनी सचिवालय तक नारेबाजी करते हुए रोष रैली निकाली। विधायक राजयादा ने आरोप लगाया कि पुलिस के कुछ अधिकारी व कर्मचारी भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। जिसके चलते कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधियों को भाजपा नेताओं के इशारे पर जानबुझ कर तंग किया जा रहा है। इसके बाद विधायक रायजादा ने एसपी दिवाकर शर्मा से उनके कार्यालय में समर्थकों सहित मुलाकात की। नंगड़ा के प्रधान की गिरफ्तारी सहित मसलों पर विवाद इस कद्र बढ़ गया कि नोकझोंक के बीच दो घंटे तक रायजादा समर्थकों सहित एसपी कार्यालय में एक तरह के धरने पर डटे रहे।
रायजादा ने एसपी को नंगड़ा के प्रधान रणविजय को तुंरत रिहा करने, मैहतपुर चौंकी इंचार्ज की शिकायत करने के साथ कुछ मसले रखे। इस दौरान रायजादा ने यह तक कह दिया कि एसपी साहिब आप ठीक हैं, लेकिन एसएचओ से लेकर आईओ व आपके कई अन्य कर्मचारी राजनीति इशारों पर चलकर पुलिस की छवि धूमिल कर रहे हैं। रायजादा ने कहा कि कहा कि अगर जनता के खिलाफ बनाए गए झूठे केस पुलिस वापिस नहीं लेती तो मैं चुप बैठने वाला नहीं हूं। जनता के हक के लिए अगर मुझे भूख हड़ताल या जेल भी जानी पड़ी, तो पीछे नहीं हटूगां। विधायक राजयादा ने कहा कि चुनावों में सतपाल सिंह सत्ती हारने के चलते औच्छी राजनीति पर उतर आएं और कांग्रेसियों पर झूठे मुक़दमे बनाने के लिए पुलिस पर दबाव डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दस दिनों के भीतर चार ऐसे केस सामने आए हैं, जिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की, लेकिन अभी तक सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। उल्टा मारपीट में घायलों को जेल में बंद कर रही हैं। जहां तक कि परिजनों को मिलने तक भी नहीं दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया कि शिकायत को लेकर विधायक रायजादा मिले थे। मामले को तुंरत आईओ को लाईन हाजिर कर लिया गया है। एएसपी अमित शर्मा पूरे मामले की गहनता से जांच करेंगे।