पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): चंद रोज में ही जयराम ठाकुर सरकार ने अधीक्षण अभियंता बीएस राणा को दी गई अहम जिम्मेदारी वापस ले ली है। दरअसल 9 फरवरी को सरकार ने ढली में एसई के पद पर तैनात बीएस राणा को लाईजनिंग ऑफिसर नियुक्त किया था। इसमें केंद्र सरकार की प्रायोजित योजनाओं को लाने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसमें केंद्र के विभागों के अलावा नीति आयोग की जिम्मेदारी भी थी। लेकिन 6 दिन बाद ही आदेश वापस ले लिए गए हैं।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली अधिसूचना के मुताबिक 9 फरवरी को जारी आदेश को स्थगित कर दिया गया है। खास बात यह है कि 15 फरवरी की अधिसूचना आज आउट हुई है। सोशल मीडिया में दोनों अधिसूचनाओं को कंपेयरिंग कर शेयरिंग की जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या वजह हुई। हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन बताया जा रहा है कि शिलाई भाजपा में आपसी तकरार की वजह से राणा की नियुक्ति को वापस लिया गया।
हालांकि पूछे जाने पर पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने यह तो माना कि नियुक्ति रद्द हो गई है, लेकिन गुटबाजी की बात से इंकार कर दिया। उधर मंडी के धर्मपुर में राणा की बतौर एक्सईएन नियुक्ति के दौरान कथित अनियमितताओं को भी जोडक़र देखा जा रहा है। हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन बताया जा रहा है कि अपने गृहक्षेत्र में आईपीएच की कुछ योजनाओं की मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर जांच करवाने के मूड में हैं।
कुल मिलाकर राणा के लाईजनिंग पद पर नियुक्ति एक सप्ताह भी नहीं टिकी है। सनद रहे कि आईपीएच में एसई के पद पर तैनात बीएस राणा हाल ही के विधानसभा क्षेत्र से टिकट के भी प्रबंल दावेदार थे। उधर बीएस राणा से भी संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया।