सोलन (एमबीएम न्यूज): बद्दी में बतौर एसपी कार्यभार संभालने वाली रानी बिन्दू सचदेवा अपने कडक़ स्वभाव के साथ-साथ नरम रवैया अख्तियार करने की काबलियत रखती हैं। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ राजनीतिज्ञों के साथ टू द प्वाइंट बात करने के लिए भी पहचान रखती है।
शायद, इस बात को काफी कम लोग जानते होंगे कि 2007 बैच की आईपीएस अधिकारी रानी बिन्दू सचदेवा ने कभी भी राजनीतिज्ञों के सामने अपने पोस्टिंग को लेकर गुजारिश नहीं की। यही कारण हो सकता है कि काबिल अधिकारी होने के बावजूद आईपीएस रानी बिन्दू सचदेवा को एसपी नहीं बनाया गया। मूलत: कांगड़ा की रहने वाली आईपीएस अधिकारी ने बतौर एचपीएस अपना कैरियर पुलिस विभाग में शुरू किया था।
करीब 10 से 12 साल पहले सिरमौर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान आईपीएस अधिकारी के कई ऐसे किस्से रहे हैं, जो इस बात को साबित कर सकते हैं कि पुलिस महकमे की असल लेडी सिंघम हैं। अपराधियों को घर से अकेले ही उठाकर लाने का मादा रखती हैं। दीगर बात यह भी है कि सिरमौर के कोलर में छठी आईआरबी बटालियन में तकरीबन पौने 6 साल तक बतौर कमांडेंट तैनात रही। इस बटालियन को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई।
2017 के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले साहब को बस्सी बटालियन में ट्रांसफर किया गया। यहां से मौजूदा सरकार द्वारा साहब को चंबा में एसपी के पद पर बदला गया, लेकिन पारिवारिक कारणों की वजह से नहीं जा सकती थी। विभाग में भी इस बात को लेकर खलबली थी कि जब काबिल अधिकारी को पोस्टिंग दी ही जा रही थी तो बेहतर होता कि अहम जिम्मेदारी दी जाती। आईपीएस अधिकारी को पुलिस सिस्टम का लंबा तुजुर्बा है। साथ ही अपनी डयूटी के प्रति जबरदस्त तरीके से न्याय करती हैं।