शिमला (एमबीएम न्यूज़): हिमाचल विश्वविद्यालय का नया कुलपति कौन होगा तथा कब तक इसकी घोषणा होगी, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। कुलपति के चयन के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास तेज हो गए हैं तथा माना जा रहा है कि बहुत जल्द विश्वविद्यालय के नए कुलपति की घोषणा हो सकती है।
ज्यादातर संभावना है कि जयराम सरकार भाजपा संगठन, आरएसएस और एबीवीपी पृष्ठिभूमि के अनुभवी प्रोफेसर के हाथ में विश्वविद्यालय की कमान सौंप सकती है। कुलपति की कुर्सी के लिए सरकार में काफी दिनों से मंथन चल रहा है।
सूत्रों की मानें तो अगले दो-तीन दिन में नए कुलपति का ऐलान किया जा सकता है। सत्ता परिवर्तन के बाद विश्वविद्यालय के आधा दर्जन प्रोफेसर कुलपति की कुर्सी पर बैठने के लिए जुगाड़ भिड़ाने में लगे हुए हैं।
संभावित दावेदारों में प्रोफेसर सिकंदर और प्रोफेसर शशिकांत का नाम सबसे आगे है। प्रोफेसर सिंकदर विवि में अर्थशास्त्र और शशिकांत रसायन के प्रोफेसर हैं। दोनों लंबे समय से आरएसएस व एबीवीपी से जुड़े रहे हैं। प्रोफेसर सिकंदर प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।
सरकार अपनी पंसद के पात्र को ही प्रदेश विवि के कुलपति पद पर बैठाएगी। सूत्रों के मुताबिक एबीवीपी और संघ की विचारधारा से जुड़े दूसरे राज्य के व्यक्ति की कुलपति पद पर नियुक्ति के आसार नहीं हैं। बता दें कि पूर्व धूमल सरकार के कार्यकाल में आरएसएस से ताल्लुक रखने वाले बाहरी राज्य के प्रो. एडीएन वाजपेयी को हिमाचल का कुलपति बनाया गया था।
पूर्व कांग्रेस सरकार ने 24 मई 2017 को पूर्व कुलपति एडीएन बाजपेयी के दूसरे कार्यकाल के समाप्त होने के बाद प्रति कुलपति प्रो. राजिंद्र सिंह चौहान को स्थायी नियुक्ति न होने तक कार्यकारी कुलपति बनाया था।