नाहन (एमबीएम न्यूज़) : बेसहारा पशुओं के लिए सिरमौर में दो गऊ अभ्यारण्य (सेंचुरी) बनाई जाएगी, जिसमें एक राजगढ उपमण्डल के कोटला बडोग में जबकि दूसरी नाहन उपमण्डल के महीपुर में बनाई जाएगी, जोकि हिमाचल प्रदेश में इस तरह की पहली सेंचुरी होगी।
यह जानकारी आज उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने उपायुक्त कार्यालय में आयोजित पशु पालन विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि कोटला बडोग गऊ सेंचरी में 100 बेसहारा पशुओं को रहने की सुविधा होगी जो 50 बीघा में बनेगी, जबकि महिपुर में 15 बीघा में गऊ सेंचरी बनाई जाएगी, जिसमें 50 बेसहारा पशुओं को रखने की क्षमता होगी। उन्होंने बताया कि इन गऊ सेंचुरी में पशुशाला, चारा भण्डारण, पशु औषद्यालय तथा एक चौकीदार कक्ष होगा।
उपायुक्त ने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि जिला में पूर्व में स्थापित की गई गऊशालाओं को गऊ सम्बन्धन बोर्ड शिमला से पंजीकृत किया जाए, ताकि गऊशालाओं का संचालन सुचारू रूप से किया जा सके। उन्होंने जिला पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए कि वह उत्तम पशुधन पुरस्कार योजना के तहत सिरमौर की 12 पंचायतों को 5 लाख रूपये प्रति पंचायत गऊ शालाओं को बनाने तथा चल रही गोऊशालाओं को वितिय सहायता उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने एसडीएम पांवटा को नगर परिषद के वार्ड नम्बर 7 में निर्माणधीन गऊशाला को दो माह के भीतर कार्यरत करने के भी निर्देश दिए। उपनिदेशक पशुपालन डा. नीरू शबनम ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त आदित्य नेगी, एसडीएम विवेक शर्मा, एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा, कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।