नाहन (एमबीएम न्यूज): सांसद वीरेंद्र कश्यप जी, आप ट्रांसगिरि क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का वादा 2014 के आम चुनाव में कर गए थे। विधानसभा चुनाव से पहले 5 मई 2016 को भी हरिपुरधार में देश के जनजातीय मंत्री जुएल ओराम ने भी जनजातीय क्षेत्र घोषित करने का पक्का वादा किया था। क्या हमें इस हक को दिलवाने में इसलिए ठंडे पड़ गए हैं, क्योंकि ट्रांसगिरि क्षेत्र में से दो विधानसभा क्षेत्रों शिलाई व रेणुका जी में आपकी पार्टी हार गई है।
महोदय, आपके मौजूदा कार्यकाल को चार साल बीत चुके हैं। आप केंद्र में ताकतवर सरकार के सदस्य हैं। निवेदन है बचे एक साल के कार्यकाल में हमें, हमारा हक दिलवाने का नेक कार्य करें। अपना वादा पूरा कर जनजातीय क्षेत्र घोषित करवाएं। कृप्या हम सीधे-सादे हाटियों के सब्र का अब और इम्तिहान न लें। दरअसल यह बात खूबसूरत लिखाई में लिखे गए एक पत्र के माध्यम से वायरल हो रही है।
सोशल मीडिया में आम लोग सांसद वीरेंद्र कश्यप से एसटी के मुद्दे पर जवाब मांग रहे हैं। सवाल इस बात पर भी उठा है कि हाटी प्रतिनिधिमंडल ने इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सीधा संवाद किया। 2014 के ही लोकसभा चुनाव में नाहन के चौगान मैदान में देश के मौजूदा पावरफुल केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व नितिन गडकरी ने भी ट्रांसगिरि को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा देने की वकालत यह कहते हुए की थी कि अगर मोदी सरकार बनी तो प्राथमिकता से मामले को तवज्जो दी जाएगी।
कुल मिलाकर 2019 के लोकसभा चुनाव ने आहट दे दी है। अब देखना यह होगा कि भाजपा कैसे खुद का बचाव करती है और कांग्रेस इस मुद्दे को कैसे भुनाती है। बशर्ते केंद्र की सरकार 2018 में इस मामले पर कोई बड़ा फैसला न ले